Diwali Festival : गणेश-लक्ष्मी के साथ ही बाजार में आए प्रधानमंत्री मोदी के सिक्के, जानिए इनकी कीमत Kanpur News
पहली बार चांदी के रंगीन सिक्के बाजार में गोल्ड पॉलिश के सिक्के भी आए एक हजार रुपये के चांदी के नोट के बजाय इस बार दो हजार रुपये का रंगीन नोट आया।
कानपुर, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब दीपावली के बाजार में भी नजर आने लगे हैं। पहली बार बाजार में चांदी के रंगीन सिक्कों पर वही छाए हैं। आयताकार इन चांदी के सिक्कों की अच्छी बिक्री हो रही है। इसके अलावा इस बार एक हजार रुपये के चांदी के नोट के बजाय दो हजार रुपये का रंगीन नोट भी बाजार में आया है।
त्योहार पर इस बार चांदी के रंगीन सिक्कों की बड़ी वैराइटी बाजार में हैं। गणेश-लक्ष्मी, राधा-कृष्ण के सिक्कों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिक्के भी आए हैं। ये रंगीन सिक्के 10 ग्र्राम से लेकर 100 ग्र्राम तक के हैं। 10 ग्र्राम का सिक्का 600 रुपये का है वहीं 100 ग्र्राम का सिक्का 6,000 रुपये तक का है। चांदी के नोट बाजार में कई वर्ष से हैं लेकिन पहली बार रंगीन नोट बाजार में आया है। एक हजार के बजाय इस बार 2000 रुपये और 500 रुपये के नोट हैं। इनकी कीमत 300 रुपये है। इन पर कलर स्टाम्पिंग की गई है।
अलग-अलग आकार में भी सिक्के
बाजार में चांदी के सिक्के अलग-अलग आकार में हैं। परंपरागत गोल सिक्कों के अलावा ओवल शेप, चौकोर, हार्ट शेप, कलश के आकार में भी सिक्के मौजूद हैं। 10 ग्र्राम का सामान्य सिक्का 500 रुपये का है, वहीं गंगा जमुनी कहा जाने वाली चांदी पर गोल्ड प्लेटेड सिक्का 600 रुपये का है। चांदी में पांच ग्र्राम से 100 ग्र्राम तक के सिक्के हैं। कुछ ब्रांडेड कंपनियों ने पैकिंग में सिक्के उतारे हैं। 500 ग्र्राम व एक किलो के बार भी बाजार में उपलब्ध हैं। कारोबारियों के मुताबिक अंग्र्रेजों के जमाने में बने चांदी के परंपरागत सिक्के बाजार में नकली आने लगे थे, इसलिए नए फैंसी सिक्कों की खरीदारी की तरफ ग्र्राहक मुड़ गए।
सोने का सिक्का एक ग्राम से
सोने के सिक्के भी कंपनियों ने उतारे हैं। गिन्नी के अलावा कई कंपनियों के सिक्के हैं। पैकिंग में ये सिक्के गोल व आयताकार हैं।
इनका ये है कहना
इस वर्ष पहली बार दीपावली बाजार में रंगीन सिक्के हैं। इनकी अच्छी बिक्री हो रही है, क्योंकि लोगों के लिए इसमें नयापन है।
-संचित अग्र्रवाल, सराफा कारोबारी।
चांदी के सिक्कों की हर वर्ष त्योहार पर खासी बिक्री होती है इसलिए इसमें नए-नए तरह के सिक्के आ गए हैं। इन्हें पसंद भी किया जा रहा है।
- राजेंद्र मिश्र बब्बू, सराफा कारोबारी।