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देश में सात प्रधानमंत्री मित्र मेगा वस्त्र पार्कों में कानपुर का भी नाम, एक हजार एकड़ में स्थापना की तैयारी

भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय की ओर से देश में सात जगहों पर प्रधानमंत्री मित्र मेगा वस्त्र पार्क बनाने की तैयारी है इसमें कानपुर में भी एक हजार एकड़ में पार्क स्थापित करने की योजना बनाई गई है। इकसे लिए भूमि की उपलब्धता जरूरी है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Fri, 21 Jan 2022 10:40 AM (IST)Updated: Fri, 21 Jan 2022 10:40 AM (IST)
देश में सात प्रधानमंत्री मित्र मेगा वस्त्र पार्कों में कानपुर का भी नाम, एक हजार एकड़ में स्थापना की तैयारी
कानपुर में स्थापित होगा मेगा वस्त्र पार्क।

कानपुर, जागरण संवाददाता। वस्त्र उत्पादन के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए देश भर में कुल सात प्रधानमंत्री मित्र मेगा वस्त्र पार्क बनाए जाएंगे। इसमें दो या तीन पार्क यूपी के हिस्से में भी आ सकते हैं। कानपुर में भी पार्क स्थापित करने की योजना है। हालांकि, इसके लिए एक हजार एकड़ भूमि की उपलब्धता जरूरी है। आयुक्त एवं निदेशक हथकरघा ने जिलाधिकारियों को पत्र लिखा है और भूमि उपलब्ध कराने को कहा है।

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अभी बड़े पैमाने पर दूसरे देशों से कपड़े का आयात होता है। भारत इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बने और कपड़े का निर्यात ज्यादा से ज्यादा हो इसके लिए प्रधानमंत्री मित्र मेगा वस्त्र पार्क की स्थापना की योजना है। गत वर्ष बजट में इसका प्रावधान किया गया था। सड़क, पानी, बिजली, रिसर्च लैब जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए सरकार वित्तीय मदद तो देगी ही, औद्योगिक इकाइयों को वित्तीय मदद भी देने की योजना है। वस्त्र मंत्रालय से इसके लिए भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।

यही वजह है कि अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने आयुक्त एवं निदेशक हथकरघा को पत्र भेजा है और भूमि की उपलब्ध कराने के लिए कहा है। आयुक्त ने जिलाधिकारियों को पत्र लिखा है और कहा है कि विवाद मुक्त भूमि उपलब्ध कराएं। इसके लिए चुनाव बाद हथकरघा विभाग के अधिकारी जिलाधिकारी के साथ बैठक भी करेंगे।

पार्क में ये सुविधाएं होंगी : अत्याधुनिक पार्क में रिसर्च के लिए लैब होगी। डिजाइन सेंटर और परीक्षण केंद्र भी बनाए जाएंगे। जल शोधन के लिए ट्रीटमेंट प्लांट लगेगा। फ्लैटेड फैक्ट्री की सुविधा होगी ताकि वहां बिना किसी एनओसी के उद्यमी अपना उद्योग शुरू कर सकें। साझा प्रोसेसिंग हाउस भी बनेगा। कर्मचारियों के लिए हास्टल और अस्पताल भी होगा। प्रशिक्षण केंद्र भी बनेगा ताकि कुशल कामगारों की कमी से उद्यमियों को न जूझना पड़े।

लाजिस्टिक पार्क भी होगा : पार्क में लाजिस्टिक पार्क भी होगा ताकि उद्यमी आसानी से अपने उत्पादों को भेज सकें। वेयर हाउस की सुविधा होगी ताकि उद्यमी अपने माल को गोदाम में रख सकें। कस्टम कार्यालय भी होगा।


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