महाराष्ट्र में कोरोना संकट से दालों के भाव में उछाल, जानिए- कानपुर के बाजारों में क्या है होल सेल रेट
अरहर की मांग सबसे ज्यादा होती है इसलिए जब भी अरहर के भाव बढ़ते हैं दूसरी दालों के भाव अपने आप बढ़ने लगते हैं। कारोबारियों के मुताबिक सामान्य दिनों में महाराष्ट्र से अरहर की दाल की रोज की आवक करीब 500 टन होती है।
कानपुर, जेएनएन। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों की जैसे-जैसे संख्या बढ़ती जा रही है, कानपुर में दालों के भावों में तेजी बढ़ती जा रही है। देश में सबसे ज्यादा संक्रमित महाराष्ट्र में हैं और वहां कई जिलों में लाकडाउन भी लगा हुआ है। कानपुर में अरहर, चना दाल, डालर चना की आवक महाराष्ट्र से ही होती है। इसके अलावा मसूर सहित कई दालें दिल्ली से आती हैं। कोरोना के चलते पिछले एक पखवाड़े से दालों की आवक पर असर पड़ रहा है। दूसरी ओर दालों की मांग लगातार बढ़ रही है। इसके पीछे एक कारण रमजान का करीब होना है और दूसरा वर्तमान में बिक्रीदर। अरहर की दाल 15 दिन पहले 90 रुपये थी, वह अब 97 रुपये हो गई है, वहीं डालर चना 80 रुपये से 95 रुपये पहुंच गया है। चना भी 58 रुपये से 66 रुपये पर पहुंच गया है।
अरहर की मांग सबसे ज्यादा होती है, इसलिए जब भी अरहर के भाव बढ़ते हैं दूसरी दालों के भाव अपने आप बढ़ने लगते हैं। कारोबारियों के मुताबिक सामान्य दिनों में महाराष्ट्र से अरहर की दाल की रोज की आवक करीब 500 टन होती है। चने का इस्तेमाल बेसन बनाने में भी होता है, इसलिए इसकी आवक भी 500 टन रोज होती है। डालर चना की आवक 100 टन रोज है लेकिन इस समय यह आवक 25 से 30 फीसद तक कम हो गई है।
थोक बाजार में दालों का भाव प्रतिकिलो
दाल 15 दिन पहले आज
अरहर 90 97
चना 58 66
डालर चना 80 95
मसूर काली 60 68
मसूर मलका 65 73
उड़द काली 80 84
उड़द धुली 90 95
मूंग छिलका 80 84
मूंग धुली 92 95
कारोबारियों की भी सुनिए:
- महाराष्ट्र से अरहर, चना, डॉलर चना दाल आती है। महाराष्ट्र के कुछ शहरों में लाकडाउन है और वहां कोरोना संक्रमित सबसे ज्यादा निकल रहे हैं। इसलिए दाल की आवक कमजोर है। - मधुवन बिहारी गुप्ता, थोक विक्रेता।
- एक तरफ रमजान की वजह से दालों की मांग बढ़ी है और दूसरी ओर प्रदेश में कोरोना के केस देखते हुए लोगों ने घरेलू खाने पीने की चीजें बढ़ा दी हैं लेकिन जितनी मांग है, उतनी आवक नहीं है। - सुनील मिश्रा, थोक कारोबारी।