केंद्रीय विद्यालय में ऑनलाइन होगी प्री-बोर्ड परीक्षा, नकल रोकने के लिए की गई खास व्यवस्था
कोरोना संक्रमण काल में अबतक स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई हाेती आ रही है। शासन द्वारा स्कूल खोलने के आदेश के बाद भी छात्रों की संख्या कम ही है जिसकी वजह से शिक्षक ऑनलाइन पढ़ाते आ रहे हैं। अब ऑनलाइन परीक्षा की तैयारी की गई है।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण काल में ऑनलाइन पढ़ाई के साथ अब ऑनलाइन परीक्षा की भी तैयारी हो चुकी है। केंद्रीय विद्यालयों में बोर्ड के छात्रों के लिए प्री बोर्ड परीक्षा की कवायद शुरू की गई है। यह पहली बार होगा जब छात्र स्कूल जाए बिना ऑनलाइन प्री बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे। केंद्रीय विद्यालय द्वारा ऑनलाइन परीक्षा में नकल रोकने के लिए भी खास व्यवस्था की गई है।
कोरोना संक्रमण काल की शुरुआत में स्कूल बंद होने से मार्च माह से छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही थी। अक्टूबर में प्रदेश सरकार ने स्कूलों को खोलने की हरी झंडी दी तो केंद्रीय विद्यालय भी खुले। छात्र संख्या कम होने के कारण शिक्षकों ने ज्यादा फोकस ऑनलाइन पढ़ाई पर ही रखा। बोर्ड परीक्षा नजदीक आने पर प्री बोर्ड परीक्षा की तैयारी शुरू की गई है। पहली बार केंद्रीय विद्यालयों में ऑनलाइन प्री-बोर्ड परीक्षा कराई जाएगी। अभी तक हर साल प्री-बोर्ड परीक्षा दिसंबर के पहले हफ्ते में होती थी। इस सत्र में कोरोना महामारी के चलते प्रधानाचार्यों ने परीक्षा ऑनलाइन कराने का फैसला किया है।
इस तरह रोकी जाएगी नकल
केंद्रीय विद्यालयों में ऑनलाइन प्री बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने लिए खास व्यवस्था की गई है। इसमें किसी प्रश्न के जवाब में देरी करने पर वह प्रश्न एक तय समय के बाद खुद ही बदल जाएगा। इसके पीछे की मंशा यह मानी गई है कि किसी प्रश्न का जवाब पता न होने पर यदि विद्यालय बुक से कॉपी करने के लिए उसे खोजने का प्रयास करेगा तो उसमें समय लगेगा। इससे पहले वह उत्तर खोजकर ऑनलाइन जवाब देने के लिए तैयार होगा और स्क्रीन पर देखेगा तो उसे वह प्रश्न नहीं नहीं मिलेगा क्योंकि इस दरमियान उसकी दूसरा प्रश्न आ चुका होगा। इस तरह कोई छात्र नकल करके प्रश्न का जवाब नहीं दे पाएगा।
लगातार बदलेंगे सवाल, शिक्षक भी रखेंगे नजर
केंद्रीय विद्यालय आइआइटी के प्रधानाचार्य आरएन वडालकर ने बताया कि प्री-बोर्ड परीक्षा में छात्र नकल न कर सकें, इसके लिए लगातार प्रश्न स्वत: बदलते रहेंगे। साथ ही शिक्षक भी छात्र के साथ ऑनलाइन जुड़े रहेंगे। यह सख्ती इसलिए की जा रही है, क्योंकि छात्रों ने ऑनलाइन मासिक परीक्षाओं में घर बैठकर नकल करते हुए परीक्षा दी। हालांकि प्री-बोर्ड में उन्हें नकल का कोई मौका नहीं मिलेगा।
10 से अधिक विद्यालयों में 10 हजार से ज्यादा छात्र
शहर के 10 से अधिक केंद्रीय विद्यालयों में 10 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं पढ़ाई करते हैं। वहीं हर साल बोर्ड परीक्षा में अधिकतर केंद्रीय विद्यालयों का परीक्षा परिणाम 100 फीसद रहता है।