Move to Jagran APP

प्राणवायु ने फिर तड़पाया, नए रास्ते भी खुल रहे

संक्रमण बढ़ने के साथ कोरोना के मरीज बढ़े तो गुरुवार को फिर आक्सीजन सिलिंडर पाने को लोग परेशान रहे।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Apr 2021 02:02 AM (IST)Updated: Fri, 23 Apr 2021 02:02 AM (IST)
प्राणवायु ने फिर तड़पाया, नए रास्ते भी खुल रहे
प्राणवायु ने फिर तड़पाया, नए रास्ते भी खुल रहे

जागरण संवाददाता, कानपुर : संक्रमण बढ़ने के साथ कोरोना के मरीज बढ़े तो गुरुवार को फिर ऑक्सीजन सिलिडर पाने के लिए लोग परेशान रहे। खाली सिलिडर लिए लोग ऑक्सीजन प्लांट के बाहर इंतजार करते रहे। लंबे इंतजार से परेशान बहुत से लोग दूसरी जगह सिलिडर की व्यवस्था करने के लिए चले गए। हालांकि इस बीच गुरुवार को गोविद नगर की चमन गैस ने 600 सिलिडर रोज की सप्लाई शुरू कर दी है। इसके साथ ही प्रशासन ने उर्सला में खराब पड़े ऑक्सीजन जेनरेटर को भी ठीक करने की तैयारी शुरू कर दी है।

loksabha election banner

ऑक्सीजन प्लांट के सामने से लोगों की लाइन कम होने का नाम नहीं ले रही है। रोज ही संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ ही यह लाइन रोज कुछ लंबी नजर आने लगती है। शहर के ऑक्सीजन प्लांट प्रशासन की निगरानी में हैं ताकि ऑक्सीजन सिलिडर का दुरुपयोग ना होने पाए। बुधवार तक शहर में करीब पांच सिलिडर भरे जा रहे थे। गुरुवार से चमन गैस की 600 सिलिडर की सप्लाई शुरू होने के साथ ही यह सप्लाई 5,600 सिलिडर हो जाएगी। शनिवार तक रिमझिम इस्पात से भी बढ़कर सिलिडर आने की उम्मीद है। इसकी वजह से यह संख्या 6,500 सिलिडर के ऊपर पहुंचने की उम्मीद है। फिलहाल ऐसा कोई लक्ष्य नहीं बनाया गया है कि सरकारी अस्पतालों को कितनी ऑक्सीजन देनी है और निजी अस्पताल को कितनी। जहां से जैसे ही मांग आ रही है, वहां तुरंत ऑक्सीजन सिलिडर भेजे जा रहे हैं। इसके साथ ही मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर ने उर्सला अस्पताल में खराब पड़े ऑक्सीजन जेनरेटर को तुरंत ठीक करने के लिए भी कहा है।

प्लांट संचालकों के मुताबिक गुरुवार से रोज साढ़े पाचं हजार करीब सिलिडर की सप्लाई होने लगी है लेकिन अभी करीब इतनी ही डिमांड है। बहुत से लोग जिन्हें ऑक्सीजन सिलिडर की जरूरत तक नहीं है वे भी पहले से अपने घरों में सिलिडर रखे हुए हैं। जो मरीज घर पर हैं वहां एक सिलिडर मरीज के साथ रहता है और दूसरा सिलिडर लेकर तीमारदार सिलिडर की व्यवस्था करने के लिए भटकते रहते हैं। इसलिए सिलिडर की मांग बहुत है। नए सिलिडर मुंबई व गुजरात से आते हैं लेकिन इस समय वह भी नहीं मिल रहे क्योंकि वहां भी कोरोना का संक्रमण बहुत अधिक होने की वजह से सिलिडर नहीं बन पा रहे।

----------------

ऑक्सीजन सिलिडर एक नजर में

- 5,500 हजार सिलिडर की क्षमता।

- 5,500 सिलिडर रोज भरे जा रहे।

- 11 हजार से ज्यादा सिलिडरों की रोज मांग।

- 600 सिलिडर की रोज की सप्लाई गुरुवार से बढ़ी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.