कानपुर की तीन पीढ़ियां गढ़ रही मास्टर तैराकी में कीर्तिमान, तरणताल में दिखा रहे जलवा
देश के प्रमुख तैराकों में शुमार शहर के प्रकाश अवस्थी पिछले कई वर्षों से विभिन्न प्रतियोगिताओं में पदक हांसिल जर चुके है। इसी राह पर चकलकर उनके बेटे विकास अवस्थी और तीसरी पीढ़ी से राघव और विनायक भी कई पदक जीत चुके हैं।
कानपुर, जागरण संवाददाता। तैराकी विद्या में शहर को ख्याति दिलाने में सबसे ऊपर नाम रहा मास्टर तैराक प्रकाश अवस्थी का। जिन्होंने एक नहीं दर्जनों बार राष्ट्रीय पदक हासिल कर शहर को गौरव का अहसास कराया। पिता से विरासत में मिली तैराकी को उनके बेटे विकास और बेटियां दीक्षा और समीक्षा के साथ तीसरी पीढ़ी में विनायक और राघव तरणताल में जलवा दिखा रहे हैं। हाल में मास्टर तैराकी में तीनों पीढ़ियों को सम्मानित किया गया।
हरवंश मोहाल निवासी प्रकाश अवस्थी शुरू से ही तैराकी के क्षेत्र में अपनी काबिलियत के चलते पहचाने जाते रहे हैं। नानाराव तरणताल में निश्शुल्क तैराकी का प्रशिक्षण देकर शहर को कई राष्ट्रीय तैराक देने वाले प्रकाश अवस्थी लंबे समय से शहर में कवर्ड तरणताल को लेकर प्रसारत हैं। इसके लिए उन्होंने प्रशासन के हर आला अधिकारी को पत्र लिखा है। तैराकी में उनकी उपलब्धियों को देखते हुए उप्र तैराकी संघ ने उन्हें उपाध्यक्ष नियुक्त किया था। दैनिक जागरण से बातचीत में उन्होंने बताया शहर में अगर कवर्ड तरणताल बन जाए तो कई खिलाड़ी राष्ट्रीय मंच पर खुद को साबित कर सकते हैं। मानक के अनुरूप तरणताल नहीं होने के कारण खिलाड़ियों को महंगे तरणताल में जाकर अभ्यास करना पड़ता है। हालांकि शहर में नगर निगम की ओर से नानाराव पार्क में तरणताल बनाया गया है। जो वर्ष में दो महीनों के लिए ही खुलता है। जिसके कारण तैराकों को लगातार अभ्यास के लिए परेशानी का सामना करना पड़ता है।