कैसे दें घर बैठे बुजुर्गों को फायदा इसके लिए किदवई नगर उप डाकघर में ग्रामीण क्षेत्र के डाकियाओं को मिलेगी ट्रेनिंग
बस उन्हेंं डाक विभाग के टोल फ्री नंबर 155299 पर एक कॉल करनी होगी। इस संबंध में ग्रामीण क्षेत्र के डाकियों को भी अभी ज्यादा जानकारी नहीं है। इस वजह से शहर के डाकघरों में बुलाकर उनको जीवंत प्रमाण पत्र कैसे बनाया जाएग।
कानपुर, जेएनएन। बुजुर्गों की सुविधा के लिए भारत सरकार ने एक स्कीम लांच की है। इसके तहत घर बैठे बुजुर्ग अपना जीवंत प्रमाण पत्र बनवा सकेंगे। इसके लिए किदवई नगर उप डाकघर में ग्रामीण क्षेत्र के डाकियाओं को टे्रनिंग दी जाएगी। सेवानिवृत्त होने के बाद बुजुर्गों को हर वर्ष जींवंत प्रमाण पत्र देना होता है। इसके लिए वह कोषागार, इंटरनेट कैफे के चक्कर लगाते हैं। कई लोग तो चलने फिरने और सही से लोगों को पहचान भी नहीं पाते हैं। ऐसे लोगों को घर बैठे जीवंत प्रमाण पत्र बनाने के लिए डाकिया उनके घर जाएगा।
बस उन्हेंं डाक विभाग के टोल फ्री नंबर 155299 पर एक कॉल करनी होगी। इस संबंध में ग्रामीण क्षेत्र के डाकियों को भी अभी ज्यादा जानकारी नहीं है। इस वजह से शहर के डाकघरों में बुलाकर उनको जीवंत प्रमाण पत्र कैसे बनाया जाएग। इसके लिए क्या-क्या चीजें होनी चाहिए। इसके लिए उन्हेंं ट्रेनिंग दी जा रही है। वहीं, जनपद में बहुत से ऐसे डाकिया हैं, जिन्हेंं एंड्रवाइड मोबाइल चलाना ही नहरीं आता है। ऐसे में उनके लिए यह बड़ी समस्या साबित हो सकती है। प्रबर डाक अधीक्षक हिमांशु मिश्रा ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के डाकियों की मांग थी कि उन्हेंं जींवत प्रमाण पत्र बनाने के लिए ट्रेनिंग दी जाए। इस वजह से जगह-जगह डाकघरों में कैंप लगाकर ट्रेनिंग दिलवाई जा रही है, जिससे वह ठीक तरीके से काम सकें।
इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम को दिया गया आधार एटीएम का नाम
लॉकडाउन के समय आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (मशीन) के जरिये ग्रामीण क्षेत्र के डाकियाओं ने बहुत सेवा दी। वह घर-घर जाकर लोगों को मशीन के माध्यम से रुपये निकलवाया है। अब आधार एटीएम का नाम दिया गया है।