पॉलीटेक्निक छात्रों को मिली नौकरियां, कोराेना संकट में सामने आए सकारात्मक परिणाम
कंपनियों में चयन को लेकर संस्थान ने वार्षिक रिपोर्ट तैयार की। पहले कंप्यूटर साइंस इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी व इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग जैसी ब्रांच के छात्र प्लेसमेंट में आगे रहते थे जबकि इस वर्ष मैकेनिकल प्लास्टिक मोल्ड टेक्नोलॉजी पेंट टेक्नोलॉजी के छात्र छात्राओं को सुनहरा अवसर मिला है।
कानपुर, जेएनएन। पॉलीटेक्निक ने साल भर के कैंपस प्लेसमेंट की जो रिपोर्ट जारी की है वह बताती है कि 50 फीसद छात्र-छात्राओं को नौकरी मिल गई है। डिप्लोमा इंजीनियरिंग के अंतिम वर्ष के 421 छात्र छात्राओं को एल एंड टी, बजाज, कपारो इंडस्ट्रीज, मदर्सन, हिंडाल्को जैसी नामी कंपनियों ने चयनित किया है। नौकरी मिलने का सबसे बड़ा कारण यह है कि लॉकडाउन में पॉलीटेक्निक प्रशासन ने सॉफ्टवेयर विकसित करके इन छात्र छात्राओं का ऑनलाइन कैंपस इंटरव्यू कराया जिसका यह सकारात्मक परिणाम सामने आया है। इस वर्ष प्लेसमेंट के गणित में कुछ बदलाव जरूर हुआ है। पहले कंप्यूटर साइंस, इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी व इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग जैसी ब्रांच के छात्र प्लेसमेंट में आगे रहते थे जबकि इस वर्ष मैकेनिकल, प्लास्टिक मोल्ड टेक्नोलॉजी, पेंट टेक्नोलॉजी के छात्र छात्राओं को सुनहरा अवसर मिला है। एक कंपनी ने सर्वाधिक छह लाख के पैकेज पर मैकेनिकल इंजीनियरिंग के दो छात्रों का चयन किया है।
कोरोना संकट के दौरान मिला बेहतर प्लेसमेंट
ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिसर डॉ. एसपी सोनी ने बताया कि कोरोना काल को देखते हुए अच्छा प्लेसमेंट हुआ है। पिछले वर्ष तक पांच सौ से साढ़े पांच सौ छात्र छात्राओं का प्लेसमेंट हुआ करता था इस बार कोविड-19 के बावजूद चार सौ से अधिक छात्र छात्राओं को नौकरी मिली है। लॉकडाउन को देखते हुए पॉलीटेक्निक प्रशासन ने प्लेसमेंट सॉफ्टवेयर तैयार किया था। इसे उन कंपनियों से जोड़कर ऑनलाइन प्लेसमेंट आयोजित किया गया जो रोजगार मेले में आती रही हैं। इससे अधिक छात्र छात्राओं का चयन हुआ।
इनका ये है कहना
बहुत सी कंपनियां अभी भी ऑनलाइन प्लेसमेंट को प्राथमिकता दे रही हैं। इस प्रकार प्लेसमेंट से वह एक दिन में कई छात्र छात्राओं का चयन कर सकती हैं और उनके यहां आने का समय भी बचता है। भविष्य में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रकार से कैंपस प्लेसमेंट आयोजित किए जाएंगे। - मुकेश चंद आनंद, प्रधानाचार्य, राजकीय पॉलीटेक्निक