धर्म परिवर्तन की सूचना पर पुलिस ने रुकवाया कार्यक्रम, उत्तर कोरिया के चार लोगों को पकड़ा
अमेरिका के पासपोर्ट पर उत्तर कोरिया के चार लोग कन्नौज के ककरघटा गांव में आए थे। पुलिस ने कार्यक्रम रुकवाकर धार्मिक स्थल को बंद करा दिया। शिकायत न मिलने पर छोड़ दिया।
कानपुर (जेएनएन)। गांवों में धर्म परिर्वतन कराने का सिलसिला अभी जारी है। ऐसा ही मामला कन्नौज के एक गांव में सामने आया है। यहां धर्म परिवर्तन कराने की प्रक्रिया देखकर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने कार्यक्रम रुकवाकर एक महिला समेत चार लोगों को पकड़ लिया। इन लोगों ने उत्तर कोरिया में रहने और अमेरिका के पासपोर्ट से भारत आने की जानकारी दी। शिकायत न मिलने पर पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया।
कन्नौज के ठठिया थाना क्षेत्र के गांव ककरघटा में अनुसूचित जाति बहुल बस्ती है। रविवार को गांव में एक कमरे में बने धार्मिक स्थल के बाहर महिलाओं और बच्चों समेत लोग एकत्र हुए। यहां धर्म परिवर्तन की जानकारी मिलते ही थाना पुलिस पहुंच गई और कार्यक्रम को रुकवा दिया। पुलिस ने उत्तर कोरिया के चार लोगों समेत ट्रांसलेटर व्यक्ति को पकड़ लिया।
पड़ताल करने पर उनके पास अमेरिका से जारी पासपोर्ट मिले। थानाध्यक्ष अमरपाल सिंह ने बताया कि किसी ग्रामीण ने लिखित शिकायत नहीं की है, इसके चलते कार्रवाई नहीं की गई और उन्हें छोड़ दिया गया है। धर्म परिवर्तन करने का मामला स्पष्ट नहीं हुआ है। पड़ताल की जा रही है, दोषी पाए जाने पर धर्म परिवर्तित करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर फोटो वायरल हुई तो हरकत में आई पुलिस
उत्तर कोरिया के लोगों को पिछले चार दिनों से क्षेत्र में देखा जा रहा था। ग्रामीणों के अनुसार दो दिन पहले ये लोग एक चाय की दुकान पर देखे गए थे। उनके द्वारा धर्म परिवर्तन कराने की जानकारी हुई तो उनकी फोटो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इसके बाद सक्रिय हुई पुलिस ने कार्यक्रम रुकवाकर धार्मिक स्थल को बंद करा दिया।
पांच साल पहले दो युवकों ने किया था धर्म परिवर्तन
ग्रामीणों का कहना है कि पांच साल पहले गांव के जवाहर व रंजीत का धर्म परिवर्तन किया गया था। यह दोनों युवक अनुसूचित वर्ग के थे और धर्म परिवर्तन के बाद गांव में एक छोटे से कमरे को धार्मिक स्थल बना दिया था। इसके बाद यहां प्रत्येक रविवार को प्रार्थना शुरू हो गई थी।