महाराष्ट्र में जाकर चार साल से छिपा था कारोबारी, जानिए AADHAR से कैसे पुलिस ने ढूढ़ निकाला Kanpur News
मां ने दो व्यापारियों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था।
कानपुर, जेएनएन। साथी व्यापारियों से कुछ रकम और एक गाड़ी लेने के बाद कारोबारी रहस्मय ढंग से लापता हो गया तो उसकी मां ने अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करा दी। चार साल बाद पुलिस ने आखिर उसे ढूढ़ निकाला, वह महाराष्ट्र में रह रहा था। उसके सही ठिकाने की जानकारी करने में पुलिस को आधार से मदद मिली। इसके बाद पुलिस ने उसे लाकर परिवार वालों के सुपुर्द किया है।
रेलवे में कैटरिंग का काम करता था
रामादेवी निवासी मंगला प्रसाद रेलवे में कैटङ्क्षरग का काम करते थे। वर्ष 2015 में वह रहस्यमय ढंग से लापता हो गए थे। इसके बाद उनकी मां ने दो व्यापारियों नितिन व संतोष के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज करा दिया था। जांच में सामने आया था कि मंगला प्रसाद दोनों से करीब 50 हजार रुपये व एक गाड़ी ले गए थे। वाहन बाद में बरामद हो गया था लेकिन मंगला प्रसाद का पता नहीं लग रहा था। सर्विलांस के जरिए पुलिस को वर्ष 2016 में पता लगा कि मंगला प्रसाद गोवा में रह रहे हैं, तो पुलिस वहां पहुंची लेकिन उससे पहले ही वह वहां से भी निकल गए। तब मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई थी। पिछले दिनों उनकी मां ने कोर्ट में आवेदन कर एफआर का विरोध किया तो जांच दोबारा शुरू हुई।
इस तरह पुलिस ने ढूढ़ निकाला
मंगला प्रसाद को आखिरकार पुलिस ने महाराष्ट्र में ढूंढ़ निकाला, वह महाराष्ट्र के थाणे में रहकर नौकरी कर रहे थे। कलक्टरगंज सीओ श्वेता यादव ने बताया कि पिछले दिनों जांच में सामने आया है कि मंगला प्रसाद महाराष्ट्र के थाणे में रह रहे हैं। आधार के माध्यम से जांच में पता चला कि उसने वहां सहकारी बैंक में खाता खुलवाया था। इसपर पुलिस की टीम टीम महाराष्ट्र भेजी गई, जहां से उसके सही ठिकाने का पता चला। उसे महाराष्ट्र से वापस कानपुर लाकर पुलिस ने मां व पत्नी के सुपुर्द किया है।