एटीएम से नकदी निकाल रहे तीन हैकर पकड़े गए, जानिए किस तरह रुपये निकालता है गैंग Kanpur News
सचेंडी पुलिस ने दोपहर में चकरपुर मंडी स्थित एटीएम से पकड़ा गिरोह का सरगना भाग निकला।
कानपुर, जेएनएन। सचेंडी पुलिस ने चकरपुर मंडी स्थित एटीएम से नकदी निकाल रहे तीन एटीएम हैकरों को गिरफ्तार कर लिया। गिरोह का सरगना पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। आरोपितों के पास से नकदी, एटीएम कार्ड, दो मोबाइल और बाइक बरामद हुई है।
हैकरों के पास से दो कार्ड, नकदी व मोबाइल मिले
सचेंडी के दरोगा पंकज जायसवाल ने बताया कि गुरुवार दोपहर सूचना मिली कि एटीएम हैकर गैंग के चार सदस्य चकरपुर मंडी स्थित बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम में कार्ड लगाने के बाद उसमें छेड़छाड़ करके नकदी निकालने की कोशिश कर रहे हैं। फोर्स पहुंचा तो आरोपित भागने लगे। टीम ने घेराबंदी कर तीन युवकों को दबोच लिया। तलाशी में उनके पास से 4050 रुपये, एटीएम कार्ड व दो एंड्रॉयड फोन मिले। आरोपितों ने अपना नाम सचेंडी के छत्तापुर निवासी रवि सिंह, रामजी व कुलदीप बताया। साथ ही बताया कि उन्होंने कई एटीएम बूथ से हैकिंग कर रकम पार की है। थाना प्रभारी शेष नारायण पांडेय ने बताया कि पकड़े गए आरोपितों को जेल भेजा गया है। गिरोह के सरगना रामनरेश उर्फ गोरेलाल और बाकी सदस्यों की तलाश की जा रही है।
पनकी पड़ाव के एटीएम से उड़ाई थी रकम
आरोपितों ने बताया कि चकरपुर मंडी आने से पहले मंगलवार को उन्होंने पनकी पड़ाव स्थित इलाहाबाद बैंक के एटीएम बूथ से भी 3500 रुपये निकाले थे। एटीएम से पैसे निकालने के बाद आरोपित मीट व शराब की दावत उड़ाते थे। यह दावत रकम उड़ाने वाली टीम गैंग के दूसरे सदस्यों को देती थी।
किराये पर लेते थे कार्ड
थाना प्रभारी के मुताबिक गिरोह में करीब 30 सदस्य हैं। वे एटीएम में छेड़छाड़ करने के साथ ही लोगों को लॉटरी व अन्य लुभावनी स्कीम बताकर खातों में पैसा भी जमा कराते थे। साथ ही ग्र्रामीणों के एटीएम कार्ड व खाते की पासबुक किराये पर लेकर रकम निकालते थे। बदले में ग्रामीणों को एक हजार से तीन हजार रुपये तक देते थे। पुलिस बाकी सदस्यों की तलाश में है।
एटीएम हैकरों का गढ़ बन रहा सचेंडी
गिरफ्तार किए गए हैकर सचेंडी ही नहीं आसपास के जिलों में भी कई घटनाएं कर चुके हैं। सचेंडी के देबिन पुरवा गांव निवासी दीपक ने एक वर्ष पूर्व हैकिंग कर मैनपुरी के बेवर में एटीएम से नगदी पार की थी। बेवर पुलिस ने सचेंडी पुलिस संग मिलकर उसकी तलाश में दबिश भी दी थी। तब दीपक व उसके परिवार ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया था। इसमें दो सिपाही घायल हुए थे। बाद में नौबस्ता पुलिस ने दीपक को जेल भेजा था।