ठिठुरती जिंदगियों पर जहरीली हवा का सितम, कानपुर देश का छठवां सबसे प्रदूषित शहर Kanpur News
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) बेहद खराब है।
कानपुर, जेएनएन। कोहरा, शीतलहर और हाड़ कंपाने वाली ठंड जहां कहर बरपा रही है, वहीं वायु प्रदूषण का खतरनाक स्तर सांसों पर सितम ढा रहा है। केवल रोगी ही नहीं, बल्कि सेहतमंद भी परेशान हैं। वायु मंडल में बढ़ी हुई गैसें और सूक्ष्म कण ठिठुरते लोगों को अस्पताल पहुंचा रहा है।
वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) बेहद खराब है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से सोमवार को जारी रिपोर्ट में कानपुर देश का छठवां सबसे प्रदूषित शहर हो गया है। पर्टिकुलेट मैटर (पीएम 2.5), नाइट्रोजन डाईऑक्साइड व सल्फर डाईऑक्साइड का घनत्व भी काफी अधिक है। सांस, दमा, गला, नाक और आंख के रोगियों की संख्या बढ़ गई है। डॉक्टरों के पास ऐसे भी मरीज आ रहे हैं, जिन्हें पहले कभी समस्या नहीं थी। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. एसबी फ्रैंकलिन के मुताबिक कोहरे संग मिलने से गैसों का स्तर खतरनाक हो गया है। यह वायुमंडल के सबसे निचली परत में है। हवा चलने से कुछ राहत जरूर मिल सकेगी।
वायु प्रदूषित शहरों की स्थिति
शहर एक्यूआइ
नोएडा 464
फरीदाबाद 459
दिल्ली 446
गाजियाबाद 439
ग्रेटर नोएडा 434
कानपुर 424
बल्लभगढ़ 407
मुजफ्फरपुर 393
भिवाड़ी 359
पलवल 356
हवा में मौजूद गैसों की मात्रा
पर्टिकुलेट मैटर 500
नाइट्रोजन डाईऑक्साइड 130
सल्फर डाईऑक्साइड 32
(नोट : मात्रा माइक्रोग्राम प्रति मीटर क्यूब में)