कुमार विश्वास ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर के लिए कही मन की बात, पाकिस्तान पर भी कसा ऐसा तंज
एकल भारत लोक शिक्षा परिषद के एकल के राम कार्यक्रम में कवि कुमार विश्वास ने कहा राम की कहानी मनुष्यता का इम्यूनिटी बूस्टर है। संस्कार टीवी व डीडी भारती समेत फेसबुक और यू-ट्यूब पर लोगों ने कार्यक्रम का सजीव प्रसारण देखा।
कानपुर, जेएनएन। राम की कहानी मनुष्यता का इम्यूनिटी बूस्टर है। आंतरिक कोरोना हो या वाह्य, इससे बचना है तो इस कहानी को जी लें। कवि डॉ. कुमार विश्वास ने जैसे ही यह बात कही, सभागार तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा।
एकल भारत लोक शिक्षा परिषद की ओर से हुए 'एकल के राम' कार्यक्रम में डॉ. विश्वास ने कहा कि राम से बड़ा प्रेमी कोई नहीं है। हालांकि उनके प्रेम की तुलना किसी से नहीं की जा सकती। उन्होंने प्रभु राम, माता सीता से जुड़े सभी स्मरणों को चौपाइयों के साथ प्रस्तुत किया। कहा, अयोध्या में जो राम मंदिर निर्माण हो रहा है, वहां मेरा मन है कि भगवान राम की प्रतिमा अकेले न हो। उन्होंने माता सीता के अनुशासन को सबसे बेहतर बताया।
पाक पर तंज कसते हुए कहा कि अगर रामराज लाना है, तो स्लीपर सेल से बात बंद करनी होगी।
एक घंटे से अधिक समय तक उन्होंने प्रभु श्रीराम के जीवन को अपने शब्दों से जिया। उन्होंने रामचरितमानस विमल संतन जीवन प्राण, हिंदुअन को वेद सम यवहीं प्रगट कुरान... कविता सुनाई तो लोगों ने फिर तालियां बजाईं। विशिष्ट अतिथि योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि जो भगवान राम को जीते हैं, वह श्रेष्ठकारी हैं। राम त्याग, समर्पण, प्रेम, राष्ट्र, भक्ति और धर्म हैं। इसीलिए वह प्रभु श्रीराम हैं। उन्होंने सभी से भगवान राम के जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही।
लाखों लोगों ने देखा सजीव प्रसारण
एकल के राम कार्यक्रम का प्रसारण वैसे तो संस्कार टीवी व डीडी भारती पर हुआ। फेसबुक व यू-ट्यूब पर भी लाखों लोगों ने इसका सजीव प्रसारण देखा। एकल भारत लोक शिक्षा परिषद कानपुर चैप्टर के अध्यक्ष व वरिष्ठ अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. एएस प्रसाद ने बताया कि उन्होंने संस्था के पदाधिकारियों संग मिलकर शहर के 10 लाख लोगों से जुडऩे का आग्रह किया था। सभी को लिंक भी भेजे गए थे। बोले, संस्था के सभी पदाधिकारियों ने कार्यक्रम का सजीव प्रसारण देखा और 'एकल के राम' की कहानी को सुना।