कानपुर दक्षिण क्षेत्र में बनेगा सौ बेड का अस्पताल, PM Modi कर सकते हैं शिलान्यास
राजकीय निर्माण निगम कानपुर के नौबस्ता में सौ बेड का अस्पताल बनाने जा रहा है और 25 दिसंबर को आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री द्वारा शिलान्यास कराने की तैयारी हो रही है। इस अस्पताल से घाटमपुर भीतरगांव और पतारा के लोगों को भी लाभ मिलेगा।
कानपुर, जागरण संवाददाता। प्रदेश सरकार ने नौबस्ता मौरंग मंडी में सौ बेड के अस्पताल के निर्माण की जिम्मेदारी राजकीय निर्माण निगम को दी है। निगम ने टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी है। 44 करोड़ रुपये से इसकी स्थापना होगी। छह करोड़ रुपये वित्त विभाग ने आवंटित कर दिए हैं। 25 दिसंबर को इसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों शिलान्यास कराया जा सकता है। इस अस्पताल के बन जाने से न सिर्फ दक्षिण के लोगों को लाभ मिलेगा बल्कि घाटमपुर, भीतरगांव, हमीरपुर, पतारा आदि क्षेत्रों के लोगों को भी इलाज के लिए एलएलआर अस्पताल नहीं आना होगा।
दक्षिण क्षेत्र की आबादी करीब 25 लाख है। यहां कोई सरकारी अस्पताल नहीं है। ऐसे में यहां के लोग भी उपचार के लिए लाला लाजपत राय हास्पिटल ( हैलट) आते हैं। इसके साथ ही हमीरपुर, महोबा, बांदा से भी बड़े पैमाने पर मरीज यहां आते हैं। आसपास के जिलों में जब भी कोई हादसा होता है पीडि़तों को हैलट ही लाया जाता है। कई बार दक्षिण क्षेत्र में जाम की समस्या की वजह से मरीजों की जान चली जाती है। गोङ्क्षवदनगर, दादानगर, विजय नगर आदि जगहों पर लगने वाला जाम लोगों के लिए मुसीबत बनता है।
इस समस्या के समाधान के लिए ही नौबस्ता मौरंग मंडी के पास केडीए ने सौ बेड के अस्पताल के लिए भूमि आवंटित की थी। स्वास्थ्य विभाग ने इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कराई और शासन को भेजा। दैनिक जागरण ने भी दक्षिण क्षेत्र में कोई सरकारी हास्पिटल न होने का मुद्दा लगातार उठाया। इसका परिणाम यह रहा कि इस प्रोजेक्ट के लिए छह करोड़ रुपये आवंटित करने के साथ ही सरकार ने उप्र राजकीय निर्माण निगम को इसकी स्थापना की जिम्मेदारी भी सौंप दी है। निगम की ओर से टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। टेंडर डाक्यूमेंट भी तैयार हो गया है। स्थानिक अभियंता सिविल राकेश कुमार श्रीवास्तव और अपर परियोजना प्रबंधक ने टेंडर डाक्यूमेंट को स्वीकृति दे दी है।
अस्पताल के प्रोजेक्ट पर एक नजर
-27.46 करोड़ रुपये से भवन निर्माण व अन्य कार्य होगा
-6.48 करोड़ रुपये से विद्युत संबंधी कार्य किए जाएंगे।
-43.95 करोड़ रुपये पूरे प्रोजेक्ट की लागत होगी।
ये सुविधाएं होंगी : यहां आइसीयू की सुविधा होगी। मेडिसिन, बाल रोड विभाग, स्त्री रोग, हड्डी रोग, सर्जरी, आंख, नाक, कान , गला के उपचार की सुविधा भी होगी। ओपीडी, इमरजेंसी, प्रसव व इनडोर की सुविधा भी दी जाएगी। महिला, पुरुष और बच्चों के लिए अलग-अलग सुरक्षित वार्ड बनाए जाएंगे।