कोरोना मरीजों के लिए वरदान सिद्ध होगी प्लाज्माफेरेसिस मशीन, सीएम ने लखनऊ से किया लोकार्पण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से ऑनलाइन किया मेडिकल कॉलेज की मशीन का लोकार्पण।मशीन की स्थापना के बाद से अब तक 173 लोगों ने प्लाज्मा दान किया है। प्राचार्य प्रो. आरबी कमल ने बताया कि मशीन की स्थापना के बाद से अब तक 173 लोगों ने प्लाज्मा दान किया है
कानपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साेमवार को लखनऊ से जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के ब्लड बैंक की प्लाज्माफेरेसिस मशीन का लोकार्पण किया। इस मशीन से केमीलुमिनेसेंस विधि से कोविड से उबर चुके मरीजों के ब्लड से एंटीबॉडी निकाल कर कोरोना पॉजिटिव मरीजों को प्लाज्मा थैरेपी प्रदान की जाएगी। इस दौरान कानपुर कलेक्ट्रेट में जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो आरबी कमल समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
142 मरीजों को दी गई प्लाज्मा थैरेपी
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल परिसर स्थित ब्लड बैंक में प्लाज्माफेरेसिस मशीन की स्थापना 15 जुलाई 2020 को हुई थी। यह मशीन कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में कारगर साबित हुई है। इसके जरिए कोरोना के इलाज से उबर चुके मरीजों के खून से एंटीबॉडी निकाल कर कोरोना पॉजिटिव मरीजों को प्लाज्मा थैरेपी प्रदान की जा रही है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. आरबी कमल ने बताया कि मशीन की स्थापना के बाद से अब तक 173 लोगों ने प्लाज्मा दान किया है, जिसमें से 142 रोगियों को प्लाज्मा थैरेपी दी गई है। मेडिकल कॉलेज में प्लाज्मा थैरेपी का रिकवरी रेट 55 फीसद रहा है।
ये लोग रहे मौजूद
लोकार्पण समारोह में लखनऊ से ऑनलाइन चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, राज्य मंत्री चिकित्सा शिक्षा मंत्री संदीप सिंह, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री नीलिमा कटियार, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. रजनीश दुबे, महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. केके गुप्ता मौजूद रहे। वहीं, कानपुर से उप प्राचार्य प्रो रिचा गिरि, ब्लड बैंक प्रभारी प्रो. लुबना खान, प्रो. प्रेम सिंह, प्रो. जेएस कुशवाहा, डॉ. सौरभ अग्रवाल, हैलट की प्रमुख अधीक्षक डॉ. ज्योति सक्सेना, डॉ. अनंत सचान एवं डॉ. सुरैया खानम भी शामिल हुईं।