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अस्थियों व राख के भू- विसर्जन के लिए भगवतदास घाट में खोदे गए गड्ढे

जेएनएन कानपुर कोरोना कहर में कई लोगों ने अपनों की मौत के बाद अस्थि कलश बैंक मे अस्थियां और राख रख दी थी।

By JagranEdited By: Published: Mon, 31 May 2021 01:35 AM (IST)Updated: Mon, 31 May 2021 01:35 AM (IST)
अस्थियों व राख के भू- विसर्जन के लिए भगवतदास घाट में खोदे गए गड्ढे
अस्थियों व राख के भू- विसर्जन के लिए भगवतदास घाट में खोदे गए गड्ढे

जेएनएन, कानपुर : कोरोना कहर में कई लोगों ने अपनों की मौत के बाद अस्थि कलश बैंक मे अस्थियां और राख रख दी थीं। कई दिन बाद में वे इन्हें लेने नहीं आए। ऐसे में विद्युत शवदाह गृह और घाटों पर अस्थियां जमा हैं। नगर निगम इन्हें दफनाने के लिए गड्ढे खोदने लगा है। रविवार को इसकी शुरुआत भगवतदास घाट से की गई है। नगर निगम ने घाटों पर एकत्र अस्थियों और राख का भू-विसर्जन कराने का फैसला लिया है। इसके तहत मुख्य अभियंता (यांत्रिक) आरके पाल के आदेश पर कर्मचारी मोहम्मद कमरुद्दीन ने भगवतदास घाट में चार फीट गहरे गड्ढे खोदवाए है। इस बाबत युग दधीचि देहदान संस्थान के मनोज सेंगर ने बताया कि अस्थि कलश बैंक में भी अस्थियां एकत्र है। इनको लेने कोई एक माह से नहीं आया है। ऐसी अस्थियों को एकत्र करके नगर निगम के साथ मिलकर गड्ढों में विधि-विधान से भू-विसर्जित करा दिया जाएगा। कब्र से निकलवाया मजदूर का शव, हुआ पोस्टमार्टम, कानपुर : चमनगंज निवासी एक युवक की मौत के 53 दिन बाद रविवार को उसके शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पुलिस ने जिलाधिकारी की अनुमति लेकर ईदगाह स्थित कब्रिस्तान से शव निकलवाया और फिर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इस दौरान वीडियोग्राफी भी कराई गई। हालांकि पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर मौत की वजह नहीं जान पाए। लिहाजा कंकाल को संरक्षित कर लिया गया है। उसकी फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी। चमनगंज थानाक्षेत्र की फहीमाबाद कॉलोनी निवासी मुश्ताक अहमद का दूसरे नंबर का 21 वर्षीय बेटा फैजी बिल्डिंग मैटीरियल की दुकान में मजदूरी करता था। पुलिस के मुताबिक छह अप्रैल की रात पड़ोसी ट्रैक्टर चालक मुन्ना उसे भवन का मलबा लोड करवाने के लिए ले गया था। सात अप्रैल को मुन्ना ने फोन करके घंटाघर के पास एक्सीडेंट में फैजी की मौत होने की सूचना दी। स्वजन मौके पर पहुंचे और शव लेकर घर आए। इसके बाद उन्होंने पुलिस को जानकारी दिए बगैर बेटे के शव का ईदगाह कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार कर दिया था। वहीं पिता ने बताया कि 12 अप्रैल को उन्हें पता लगा कि बेटे की हत्या की गई है। इस पर उन्होंने पुलिस आयुक्त को प्रार्थना पत्र देकर जांच की मांग की। 14 अप्रैल को चमनगंज थाने में मुन्ना के खिलाफ गैरइरादतन हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया था। थाना प्रभारी ने बताया कि मुकदमे की जांच के क्रम में जिलाधिकारी की अनुमति से शव का पोस्टमार्टम कराने की मांग की गई थी। जिलाधिकारी के आदेश पर रविवार को एसीएम तृतीय की मौजूदगी में फैजी का शव कब्र से निकलवाया गया और उसका पोस्टमार्टम कराया गया है। काफी दिन बीत जाने के चलते शव कंकाल में तब्दील हो चुका था। पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट न होने पर डॉक्टरों ने कंकाल संरक्षित किया है। फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।

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