Pintu Sengar Murder Case: फर्जी दस्तावेजों से लिए गए सिम प्रयोग करने पर पप्पू स्मार्ट समेत सात पर मुकदमा
बसपा नेता ङ्क्षपटू सेंगर हत्याकांड में आरोपितों के बीच संपर्क बनाए रखने के लिए हुआ था सिमों का प्रयोग। पुलिस ने किया था फर्जी नामों से लिए गए सिमों के खेल का पर्दाफाश। सर्विलांस टीम की रिपोर्ट आने के बाद फर्जी पहचान पत्र से सिम लिए जाने के साक्ष्य मिले।
कानपुर, जेएनएन। बसपा नेता पिंटू सेंगर हत्याकांड में आरोपितों ने फर्जी पहचान पत्र के जरिए लिए गए सिम कार्ड प्रयोग किए थे, लेकिन पुलिस ने इसका मुकदमा दर्ज नहीं किया था। दैनिक जागरण की ओर से लगातार प्रकाशित खबरों का संज्ञान लेकर चकेरी पुलिस ने आखिरकार रविवार को हत्यारोपित पप्पू स्मार्ट समेत सात पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मामले में अब तक
चकेरी के जाजमऊ क्षेत्र में 20 जून 2020 को बसपा नेता पिंटू सेंगर की हत्या हुई थी। मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस अब तक 15 आरोपितों को जेल भेज चुकी है। इसमें से एक आरोपित मोहम्मद तौसीफ उर्फ कक्कू की जेल में हार्ट अटैक से मौत हो चुकी है। मामले की चार्जशीट पुलिस ने एक अक्टूबर को दाखिल की थी। इसमें सामने आया था कि हत्याकांड को अंजाम देने के लिए आरोपितों ने दूसरे नामों से लिए गए सिम प्रयोग किए थे। दैनिक जागरण ने इस मुद्दे को उठाया था। मामले की विवेचना कर रहे चकेरी थाने के इंस्पेक्टर क्राइम रोहित तिवारी ने बताया कि सर्विलांस टीम की रिपोर्ट आने के बाद फर्जी पहचान पत्र से सिम लिए जाने के साक्ष्य मिले हैं। इसीलिए मुख्य आरोपित मोहम्म्द आसिम उर्फ पप्पू स्मार्ट, तनवीर बादशाह, सऊद अख्तर, साफेज सैफी उर्फ हैदर, राशिद कालिया उर्फ घोड़ा, मोहम्मद असलम उर्फ गुलरेज, मोहम्मद फैसल पर रिपोर्ट दर्ज की गई है।
आरोपितों ने इनके नाम से लिए थे सिम
- मोहम्म्द आसिम उर्फ पप्पू स्मार्ट ने जेके कॉलोनी निवासी विकास यादव, एचएएल कालोनी निवासी हर्षित यादव व फैजाबाद के बीकापुर निवासी अरविन्द के नाम से सिम लिए थे।
- तनवीर बादशाह जिस सिम का प्रयोग करता था वह शमी आजम पुत्र नसीरुद्दीन निवासी पेशकार रोड चमनगंज के नाम से थी।
- सऊद अख्तर ने अजमत खान पुत्र नसात खान निवासी मंगलाविहार के नाम से सिम ली थी।
- साफेज सैफी उर्फ हैदर जो सिम प्रयोग कर रहा था वह अनुराग पुत्र अरुण निवासी केशवपुरम के नाम पर थी।
- राशिद कालिया उर्फ घोड़ा ने खुशी पत्नी आरिफ खान निवासी मिल्कीपुर महोबा के नाम से सिम ली थी।
- मोहम्मद असलम उर्फ गुलरेज के पास जो सिम मिली वह मोहम्मद इमरान पुत्र लाल मो. निवासी रामादेवी गढिय़ाना के नाम से थी।
- मोहम्मद फैसल के पास से मिली सिम रुद्र कुमार पुत्र सत्यनारायण निवासी उन्नाव के नाम से थी।
सबसे बड़े शूटर को छोड़ दिया
पुलिस ने सात आरोपितों पर तो मुकदमा दर्ज करा दिया, लेकिन हत्याकांड के सबसे प्रमुख शूटर अयाज उर्फ टायसन का नाम छोड़ दिया है। रिकार्ड के मुताबिक टायसन भी कुली बाजार निवासी मो. शाह फैज के नाम से जारी सिम प्रयोग कर रहा था।