Move to Jagran APP

Pintu Sengar Murder Case: केस डायरी से बड़ा पर्दाफाश, जांच के घेरे में आए एसपी पूर्वी

हत्या वाले दिन एसपी पूर्वी से महफूज की दो बार बात होने का पर्दाफाश होने पर एडीजी ने जांच के आदेश दिए हैं। अदालत में दाखिल चार्जशीट में लगे सीडीआर रिकॉर्ड में सामने आया कि आरोपित ने पहली बार 361 सेकेंड और दूसरी बार 36 सेकेंड कॉल की थी।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Mon, 12 Oct 2020 09:50 AM (IST)Updated: Mon, 12 Oct 2020 09:50 AM (IST)
Pintu Sengar Murder Case: केस डायरी से बड़ा पर्दाफाश, जांच के घेरे में आए एसपी पूर्वी
बसपा नेता पिंटू सेंगर की हत्या के बाद चौंकाने वाला पर्दाफाश।

कानपुर, जेएनएन। पिटू हत्याकांड से जुड़ा एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। पुलिस ने जो चार्जशीट अदालत में पेश की है, उसमें लगे सीडीआर रिकार्ड से पता चला है कि हत्या वाले दिन हत्यारोपी महफूज अख्तर की एसपी पूर्वी राज कुमार अग्रवाल से दो बार बात हुई थी। अभी तक इस मामले में विवेचकों पर ही सवाल उठा रहा था, लेकिन पहली बार किसी राजपत्रित अधिकारी पर सवाल खड़ा हुआ है।

loksabha election banner

दो बार फोन पर हुई बात

बसपा नेता पिंटू सेंगर की 20 जून की दोपहर करीब डेढ़ बजे चकेरी थानाक्षेत्र स्थित सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्रेश ङ्क्षसह के घर के बाहर गोलियों से भूनकर हत्याकर दी गई थी। गौर करने वाली बात यह है कि इस मामले में रात 11.20 बजे मुकदमा दर्ज हआ था, जिसमें पप्पू स्मार्ट, सऊद अख्तर, महफूज आदि को आरोपित बनाया गया था। लेकिन पुलिस ने जो चार्जशीट अदालत में दायर की है, उसके रिकार्ड के मुताबिक महफूज के मोबाइल नंबर 9935037341 से एसपी पूर्वी के मोबाइल नंबर 9454401076 से 20 जून को शाम पांच बजकर नौ मिनट और पांच बजकर 51 मिनट पर बात हुई। पहली बार बात 361 सेकेंड की थी, जो कि काफी लंबी थी, जबकि दूसरी बात केवल 36 सेंकेड की थी।

सवालों के घेरे में बातचीत

अब सवाल यह है कि जब महफूज व उसके भाई को वादी पक्ष द्वारा देर रात आरोपित किया गया तो दिन में महफूज की एसपी पूर्वी से क्या बातचीत हुई। यह बातचीत इसलिए भी सवालों के घेरे में है, क्योंकि घटना के बाद से ही अख्तर भाई शक के दायरे में थे। सवाल यह भी है कि जब महफूज एसपी पूर्वी के संपर्क में आया था तो उसे तत्काल ट्रेस करके दबोचा क्यों नहीं गया। जिस तरह से पुख्ता सबूतों के बावजूद महफूज अख्तर का नाम निकाला गया और मौजूदा घटनाक्रम जो सामने आया है, उससे भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं।

खाद्य सामग्री बांटने में एसपी पूर्वी के साथ था महफूज

महफूज और एसपी पूर्वी की जान पहचान पूरानी है। इसका प्रमाण सोशल मीडिया के वह फोटोग्राफ्स है, जिसमें लॉकडाउन के दौरान महफूज एसपी पूर्वी के साथ खाना बांटते नजर आ रहा है। बताते हैं कि महफूज इसी तरह आयोजनों के माध्यम से पुलिस अधिकारियों के करीब आता था।

एडीजी ने बिठाई जांच

एसपी पूर्वी और हत्यारोपी महफूज अख्तर के बीच हत्या के चंद घंटों बाद बातचीत के साक्ष्य सामने आने के बाद एडीजी जय नारायन सिंह ने मामले में जांच शुरू करा दी है। एडीजी ने कहा कि मामला गंभीर है। अब वह इस मामले की जांच किसी आइपीएस से कराएंगे। संभावना है कि जांच किसी दूसरे जनपद के एसपी या एसएसपी से कराई जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.