भ्रांतियों को दूर करेगा Personal Law Board, लोगों को आसान भाषा में दी जाएगी जानकारी
आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड इस्लाहे मआशरा (समाज सुधार) के लिए मुहिम चला रहा है। मुहिम का असर भी दिखने लगा है। लोग सादगी निकाह के लिए आगे आ रहे हैं। दहेज के खिलाफ भी लोगों जागरूक किया जा रहा है।
कानपुर, जेएनएन। आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड शरई कानून से संबंधित भ्रांतियों को दूर करेगा। लोगों को आसान भाषा में शरई मामलों की जानकारी दी जाएगी। इसके लिए लोगों को आसान भाषा में शरई मामलों को समझाया जाएगा। इसके लिए शरीयत कानून की पुस्तकों का आसान भाषा में प्रकाशन भी किया जाएगा। इससे शरीयत से संबंधित मामलों को समझाने में आसानी होगी।
आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड इस्लाहे मआशरा (समाज सुधार) के लिए मुहिम चला रहा है। मुहिम का असर भी दिखने लगा है। लोग सादगी निकाह के लिए आगे आ रहे हैं। दहेज के खिलाफ भी लोगों जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड ने शरीयत के मामलों को आसान भाषा में समझाने के लिए भी काम शुरु किया है।इसके तहत बोर्ड की शरीयत से संबंधित मामलों की जानकारी देने के लिए किताबों का उर्दू व अंग्रेजी में अनुवाद करेगा।
बोर्ड का संकलित किया गया मजमुआ कवानीन-ए-इस्लामी उर्दू व अंग्रेजी में प्रकाशित किया जाएगा। पर्सनल ला से संबंधित शरई कानून का आसान भाषा में लिखा जाएगा। शरई कानून से संबंधित जो भ्रांतियांउत्पन्न की जाती हैं, उनको दूर किया जाएगा। इससे मुस्लिम युवाओं को भी काफी मदद मिलेगी। हाल ही में हुई बोर्ड की बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि मुस्लिमों शरीयत के मुताबिक जिंदगी गुजारने के लिए जागरूक किया जाएगा। गलत रीति रिवाजों से बचने की अपील की जाएगी। इसके लिए मस्जिदों के इमामों को जोड़ा जाएगा। मस्जिदों में आने वाले नमाजियों के वे बताएंगे कि शादी सादगी से करे, शरीयत में जो रस्म ओ रिवाज नहीं है उनसे बचे। दहेज का लेनदेन बंद करें। बच्चों को शिक्षित करें। बच्चों को अपने धर्म के बारे में जानकारी दें। बोर्ड में शामिल सदस्य अपने-अपने शहरों में अन्य संगठनों का भी साथ लेंगे।