कानपुर में वायरल बुखार का किडनी पर हमला, अबतक दो मरीजों की गई जान
कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर अस्पताल उर्सला कांशीराम और केपीएम अस्पताल के साथ निजी अस्पतालों में भी बड़ी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं। शरीर में पानी की कमी होने से किडनी फेल हो रही है।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना के बाद अब वायरल बुखार भी घातक और जानलेवा हो चला है। शरीर में पानी की कमी होने से किडनी फेल होने से रविवार को दो मरीजों की मौत हो गई। दोनों गंभीर स्थिति में एलएलआर अस्पताल की इमरजेंसी आए थे। शहर में वायरल का कहर इस कदर है कि घर-घर में लोग बुखार, सर्दी-खांसी उल्टी-दस्त से पीड़ित हैं। एलएलआर, उर्सला, कांशीराम और केपीएम अस्पताल के साथ निजी अस्पतालों में भी बड़ी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं।
गोविंद नगर निवासी 65 वर्षीय दलजीत सिंह किडनी की बीमारी से पीड़ित थे। चार दिन से तेज बुखार और दस्त आ रहे थे। रात में तबीयत बिगड़ने पर कल्याणपुर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराए गए। रविवार सुबह उन्हें एलएलआर अस्पताल रेफर कर दिया गया। वह रास्ते में ही बेसुध हो गए और इमरजेंसी में आते ही डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसी तरह कन्नौज सदर निवासी 55 वर्षीय हसन अली को कई दिनों से बुखार आ रहा था। कन्नौज में हुई जांच में प्लेटलेट्स 40 हजार आए। कमजोरी, सांस फूलने और दस्त होने पर शनिवार देर रात उनके रिश्तेदार सिकंदर जिला अस्पताल लेकर गए। गंभीर स्थिति देखते हुए डाक्टर ने एलएलआर अस्पताल रेफर कर दिया। रविवार सुबह जब तक एलएलआर इमरजेंसी पहुंचे, उनकी आंखें पटल चुकी थीं। डाक्टर ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। शरीर में पानी की कमी होने से किडनी फेल हो गई थी।
सरकारी आंकड़ों में डेंगू के महज तीन मरीज : सरकारी आंकड़ों में अभी तक डेंगू के सिर्फ तीन मरीज ही दर्ज हैं जबकि उर्सला, एलएलआर एवं कांशीराम अस्पताल मरीजों से पटे पड़े हैं। सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों में डेंगू व मलेरिया के मरीज आ रहे, मगर सरकारी लैब के आंकड़े दबाए जा रहे हैं। सीएमओ डा. नैपाल सिंह का कहना है कि निज लैब एवं नर्सिग होम डेंगू-मलेरिया का खौफ दिखाकर मनमानी करते हैं। डेंगू के तीन केस ही सामने आए हैं।
प्रसूता को डेंगू, एलएलआर में भर्ती : अपर इंडिया शुगर एक्सचेंज जच्चा-बच्चा अस्पताल में प्रसूता को बुखार एवं ब्लड प्रेशर कम होने पर डेंगू की जांच कराई गई थी। डेंगू की पुष्टि होने पर शनिवार को उसे मेडिसिन विभाग ट्रांसफर कर दिया गया। प्रो. रिचा गिरि ने बताया कि प्रसूता को निगरानी में रखा गया है।
-वायरल में तेज बुखार और उल्टी-दस्त की शिकायत अधिक है। शरीर में पानी की कमी होने पर किडनी फेल्योर की समस्या हो रही है। बुखार और उल्टी-दस्त में ओआरएस व जूस लेते रहें। -प्रो. रिचा गिरि, विभागाध्यक्ष, मेडिसिन, जीएसवीएम मेडिकल कालेज।