Paryushan Parv 2021: कानपुर के जैन मंदिरों में अभिषेक के बाद हुआ पूजन, उत्तम क्षमा के लिए की गई प्रार्थना
समाज को क्रोध लोभ व विकारों से बचने का संदेश देने के लिए जैन धर्म (दिगंबर जैन) का महापर्व पर्युषण जिसे दसलक्षण भी कहते हैं। महापर्व के प्रथम दिन की शुरुआत आंनदपुरी जैन मंदिर जनरलगंज स्थित जैन मंदिर के साथ शहर के सभी जिनालयों में अभिषेक पूजन के साथ हुई।
कानपुर, जेएनएन। जैन समाज के महापर्व पर्युषण की शुरुआत शुक्रवार से हुई। महापर्व के प्रथम दिन जैन मंदिरों में विधिवत पूजन अर्चन के साथ भगवान का शांतिधारा अभिषेक किया गया। जैन समाज के अनुयायियों ने उत्तम क्षमा के लिए प्रार्थना की। मंदिर में भोर पहर अभिषेक पूजन के बाद प्रवचन का आयोजन किया गया।
समाज को क्रोध, लोभ व विकारों से बचने का संदेश देने के लिए जैन धर्म (दिगंबर जैन) का महापर्व पर्युषण जिसे दसलक्षण भी कहते हैं। महापर्व के प्रथम दिन की शुरुआत आंनदपुरी जैन मंदिर, जनरलगंज स्थित जैन मंदिर के साथ शहर के सभी जिनालयों में अभिषेक पूजन के साथ हुई। श्री दिगंबर जैन पंचायती बड़ा मंदिर के महामंत्री त्रिभुवन जैन ने बताया कि जनरलगंज स्थित जैन मंदिर में वाणी भूषण पंडित अजित जैन शास्त्री ने सुबह आठ बजे से उत्तम क्षमा पर प्रवचन दिया। अनुयायी अनूप जैन ने बताया कि उत्तम क्षमा के प्रवचन का आनलाइन माध्यम से प्रसारण किया गया। उन्होंने कहा कि उत्तम क्षमा धर्म में समाज के लोग जाने-अनजाने में हुई गलतियों के लिए क्षमा मांगी। जैन मंदिरों में सीमित लोगों द्वारा भगवान का पूजन अभिषेक विधिवत किया गया। आनंदपुरी जैन मंदिर के अनुयायी अनूप जैन ने बताया कि उत्तम क्षमा, उत्तम मार्दव, उत्तम आर्जव, उत्तम शौच, उत्तम सत्य, उत्तम संयम, उत्तम तप, उत्तम त्याग, उत्तम अंकिचन्य व उत्तम ब्रह्मचर्य के जरिए आत्म साधना की। जैन समाज दस दिनों तक इस महापर्व को मानते हैं इसलिए इसे दसलक्षण महापर्व भी कहते हैं। इसमें हर दिन एक धर्म का पालन करते हुए अनुयायी पूजन अर्चन करेंगे। जैन मंदिरों में महावीर भगवान का प्रवचन किया जाएगा।