अभी थमा नहीं पनकी मंदिर का विवाद, श्राइन बोर्ड की बैठक में लिया गया अहम निर्णय
श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर के नाम पर रसीद छपवाकर उगाही करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने पर सहमति बनी। इसके साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में में दानपात्र को खालने का फैसला बैठक में लिया गया है।
कानपुर, जेएनएन। श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर पनकी में चल रहे विवाद को लेकर रविवार को श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर श्राइन बोर्ड की बैठक हुई। इसमें सदस्यों व महंतों ने तय किया विवाद का हल होने तक मंदिर का दानपात्र नहीं खोला जाएगा। त्रिपाठी गेस्ट हाउस में रविवार को हुई बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ ट्रस्टी पंडित रामजी त्रिपाठी ने की। सर्वसम्मति से तय किया गया कि मंदिर के दानपात्र से निकलने वाली राशि का उपयोग मंदिर निर्माण में नहीं हो रहा है। न के सदुपयोग के लिए निर्माण योजना बनाई जाएगी। इसके साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में ही मंदिर के दानपात्र को खोला जाए।
मैनेजिंग ट्रस्टी अमित नारायण त्रिवेदी ने कहा कि संत नृत्यगोपाल दास महाराज का निर्णय श्राइन बोर्ड के लिए सर्वोपरि है। मंदिर के नाम पर रसीद छपवाकर जो लोग भक्तों से उगाही कर रहे हैं उनके खिलाफ मुकदमा कराया जाएगा। संत रमाकांत दास महाराज के ब्रह्मलीन होने के बाद से गद्दी को लेकर महामंडलेश्वर जितेंद्र दास व जर्नादन दास के बीच का मामला न्यायालय में विचाराधीन है। फैसला आने तक उन्हें मंदिर परिसर में बने निवास से हटाया जाए। पदाधिकारियों ने तय किया कि बैठक में तय हुए मुद्दों से डीएम को अवगत कराया जाएगा। बैठक में महंत कृष्णदास महाराज, रमाकांत मिश्रा, गोपी त्रिवेदी, सुशील शुक्ला, विद्याशंकर मिश्रा, अनिल मिश्रा, डॉ. संजय शुक्ला, गोरेलाल शुक्ला व सौरभ तिवारी आदि उपस्थित रहे।