Kanpur Panchayat Chunav News: अरे चिंता न करो, बस लगे रहो, सीट तुम्हारी पक्की है...
कानपुर में बिधनू ब्लाक के कठारा और रमईपुर जिला पंचायत क्षेत्र में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। गांवों में पहुंचने वाले हर प्रत्याशी को मतदाता वोट देने का आश्वासन दे रहे हैं लेकिन अभी तय नहीं कि ऊंट किस करवट बैठेगा।
कानपुर, [सर्वेश पांडेय]। 15 अप्रैल को मतदाता अपना जिला पंचायत सदस्य, बीडीसी सदस्य, प्रधान और ग्राम पंचायत सदस्य चुनेंगे। चुनाव तो इन चार पदों का हो रहा है, लेकिन ज्यादा चर्चा प्रधान और जिला पंचायत सदस्य पद को लेकर ही है। जिला पंचायत सदस्य पद के लिए होना लाजिमी भी है, क्योंकि इस पद के लिए सपा, बसपा, भाजपा और कांग्रेस ने उम्मीदवार उतारे हैं। गांवों में चुनाव को लेकर कितनी सरगर्मी है, यही जानने को जब हम सोमवार को बाइक से निकले तो चुनाव को लेकर हर चौराहे पर चर्चा होते मिली। अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित कठारा जिला पंचायत सीट पर भाजपा से मुन्नी देवी सोनकर, सपा से डॉ. विजयलक्ष्मी पासवान, कांग्रेस से ममता दिवाकर और बसपा से कलावती सोनकर मैदान में हैं।
हम जमरेही, करियाझार होते करसुई गांव पहुंचे। फसल काटकर लौटे ग्रामीण समर सिंह यादव के दरवाजे पर नीम के पेड़ के नीचे एक पल्ली पर बैठकर चुनाव की चर्चा में व्यस्त दिखे। हमने भी बाइक वहीं रोक दी। हालचाल लिया और बैठ गए। थोड़ी देर सन्नाटा रहा और फिर चुनाव पर चर्चा शुरू हो गई। राकेश यादव ने कहा कि इस बार कठारा जिला पंचायत का चुनाव भाजपा के पाले में जाता दिख रहा है। तंबाकू रगड़ रहे समर ङ्क्षसह यादव बोल पड़े, अरे न भइया अभी चुनाव में काफी दिन बाकी हैं।
अबै फैसला न करो। जो भी लड़ेगा वह सपा प्रत्याशी से ही लड़ेगा। पास में बैठे राजनारायण, विजय बहादुर ने भी समर की बात पर हामी भर दी। तभी बुजुर्ग बैजनाथ ऊंची आवाज में बोले चुप रहौ कांग्रेस की उम्मीदवार किसी से कम है का। इस गांव के लिए अभी न तो सपा ने कुछ किया और न ही भाजपा ने। वहां बैठे लुखरू, बबलू और सुनील क्यों चुप रहते, बोले-अरे बसपा भी लड़ाई में है। इस बार बसपा जमीन मजबूत करने को पूरी ताकत लगाए हुए है। इसी बीच जिला पंचायत की एक उम्मीदवार वोट मांगते हुए वहां पहुंच गईं। प्रत्याशी ने हाथ जोड़कर आशीर्वाद मांगा तो सभी एक स्वर में बोल पड़े अरे चिंता न करो बस लगे रहो, सीट तुम्हारी पक्की है। प्रत्याशी खुश होकर सबके चरण वंदन करते हुए आगे बढ़ गईं।
हमने भी बाइक उठाई और सीढ़ी, सपई, ढरहरा, दहेली होते हुए बकौली पहुंच गए। वहां पीलू दुबे, मनोज तिवारी, अंकित, मीरा, सत्यदेवी, दिनेश, महेश फसल काटने खेत जा रहे थे। तभी कार से जिला पंचायत उम्मीदवार समर्थकों संग कार से उतरीं और हाथ जोड़ लिया। किसी ने उनके अभिवादन का जवाब नहीं दिया। प्रत्याशी भी मुस्कराते हुए आगे बढ़ गईं। ग्रामीण भी यह कहते हुए निकल गए कि जिसकी जीत होते देखेंगे उसी को वोट देंगे। वहां से होते हुए हम रमईपुर जिला पंचायत क्षेत्र में आ गए।
पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित इस सीट से भाजपा से हरीलाल पाल, बसपा से दिनेश यादव, कांग्रेस से डॉ. निसार मैदान में हैं। सपा ने अभी तक इस क्षेत्र में किसी को टिकट नहीं दिया है। सपा से टिकट की दावेदारी करने वाले अनूप यादव व फिरोज अहमद सपा के नाम पर ही वोट मांग रहे हैं। हम मझावन बाजार में एक साड़ी की दुकान के बाहर रुके। वहां बेंच व कुर्सियों पर बैठे उमेश राजपूत, दिनेश कुरील भाजपा की तारीफ करते नहीं थक रहे थे।
वहीं विजय पासवान बसपा प्रत्याशी के सीट निकालने की दलील देते दिखे। पास में बैठे मोहम्मद शकील और रिजवान ने कांग्रेस की जीत का दावा किया। बाजपुर, भारू बंगला होते हुए पिपरगवां पहुंचे तो यहां सोनू की किराने की दुकान के बाहर बरामदे पर चुनाव चर्चा चल रही थी। हम भी वहीं किनारे खड़े हो गए। मनोज, सोनू ङ्क्षसह, निजामुद्दीन, करन सिंह यादव, मोहम्मद लाल, मसूद रहमान आपस में कह रहे थे कि पार्टी नहीं उम्मीदवार की शिक्षा और उसकी सामाजिकता के आधार पर वोट देंगे।