पाकिस्तान जेल से रिहा हुआ महोबा का सुनील, घरवालों को फोन पर गुजरात के ओखा आने की मिली सूचना
महोबा के कबरई थाना क्षेत्र के लिलवाही गांव में रहने वाली सुनील कुशवाहा समेत कई साथियों को गुजरात के ओखा बंदरगाह पर मछलियां पकड़ते समय पाकिस्तानी नौसेना ने पकड़ लिया था। सुनील की पत्नी चार साल से पाकिस्तान जेल से रिहाई का इंतजार कर रही थी।
महोबा, जागरण संवाददाता। महोबा की रेखा की आंखों में खुशी के आंसू उस समय छलक पड़े जब पाकिस्तान जेल में बंद पति सुनील की रिहाई की सूचना फोन पर मिली। सुनील ने फोन पर गुजरात के ओखा पहुंचने की जानकारी पत्नी व बेटियों को दी है। हालांकि महोबा डीएम ने ऐसी किसी लिखित जानकारी से इन्कार किया है। जबकि घरवालों ने दरवाजे पर सुनील के इंतजार में पलक पांवड़े बिछा दिए हैं।
महोबा के कबरई थाना क्षेत्र के लिलवाही निवासी 42 वर्षीय सुनील कुशवाहा को आठ अक्टूबर 2017 को गुजरात के ओखा बंदरगाह से मछलिया पकड़ते वक्त पाकिस्तानी सेना ने पकड़ लिया था। चार साल से पति के लौटने की राह देख रही रेखा को फोन पर सुनील ने खुद को 23 जनवरी को पाकिस्तान जेल से रिहाई मिलने और गुरुवार को गुजरात के ओखा पहुंचने की जानकारी दी है। पिता के घर वापस आने की जानकारी के बाद दोनों बेटियां भी बेहद खुश हैं। गुजरात के समुद्र तट पर मछली पकड़ने के दौरान साथियो के साथ पकड़े गए सुनील को भी पाकिस्तानी नौ सेना ने जेल में डाल दिया था। उसके साथ चचेरे भाई भी थे, जिन्हें भी पाकिस्तान जेल से रिहाई मिल गई है।
रेखा ने बताया कि पति सुनील के साथ बांदा के बिलगांव का बच्चीलाल अनुरागी भी पाकिस्तान की जेल से 23 जनवरी को रिहा किया गया है। बच्चीलाल ने अपने घर पर फोन करके बताया था कि 23 जनवरी को पाकिस्तान जेल से रिहा हुए सुनील सहित 20 लोग पंजाब के बाघा वार्डर पहुंच गए थे। सुनील की बड़ी बेटी खुशबू ने बताया कि 24 जनवरी को बिलगांव निवासी चचेरे भाई शीलू का फोन आया था कि सभी लोग भारत आ गए हैं और जांच पड़ताल चल रही है। सुनील की पत्नी रेखा ने बताया कि गुरुवार सुबह चार बजे पति सुनील का फोन आया था कि पाकिस्तान की जेल से रिहा होकर आए सभी लोगों को गुजरात के ओखा ले जाया जा रहा है। जहां जांच आदि की प्रक्रिया पूरी होने के बाद वह जल्द गांव लौटेगा।