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'जब वी सेपरेटेड' में दिखेगा तलाक का दर्द

अपने वादे के मुताबिक फेसिलिटी थियेटर एक बार फिर कानपुर वासियों के लिए ओपनिंग शो लेकर हाजिर हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 01 Sep 2018 01:24 AM (IST)Updated: Sat, 01 Sep 2018 10:14 AM (IST)
'जब वी सेपरेटेड' में दिखेगा तलाक का दर्द
'जब वी सेपरेटेड' में दिखेगा तलाक का दर्द

जागरण संवाददाता, कानपुर: अपने वादे के मुताबिक फेसिलिटी थियेटर एक बार फिर कानपुर वासियों के लिए ओपनिंग शो लेकर हाजिर हुआ है। श्वेता तिवारी, राकेश बेदी और राहुल भूचर द्वारा अभिनीत नाटक में तलाक की समस्या को कारण और निवारण के साथ थियेटर पर उतारा गया है।

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तलाक की समस्या लेकर तैयार किए नाटक का नाम है 'जब वी सेपरेटेड'। राकेश बेदी ने इस नाटक को लिखा और निर्देशित किया है, जबकि निर्माता राहुल भूचर हैं। राकेश ने बताया कि तलाक मौजूदा समाज की एक बड़ी समस्या है। युवा दंपती के बीच जरा सी अनबन तलाक की ओर मुड़ जाती है, अगर दंपती में जरा सा धैर्य हो तो तलाक से बचा जा सकता है। नाटक में यही दिखाया जाएगा। उन्होंने बताया कि नाटक का मंचन दो सितंबर को शाम छह बजे से मोतीझील स्थित लाजपत भवन में होगा।

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कुल्हड़ वाली चाय की दीवानी हैं श्वेता

'जब वी सेपरेटेड' की नायिका श्वेता तिवारी दूसरी बार थियेटर के सिलसिले में कानपुर आई हैं। जब उनसे कानपुर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं इलाहाबाद की रहने वाली हूं। कानपुर मुझे घर जैसा लगता है। यहा कुल्हड़ में मिलने वाली चाय की वो दीवानी हैं। इसके अलावा कानपुर के खानपान और रहन-सहन से भी वह बहुत अधिक प्रभावित हैं। आगामी योजनाओं के सवाल पर उन्होंने कहा कि एक साल पहले बेटे के जन्म के बाद से मैं अभिनय की दुनिया से दूर हूं और अगले एक साल तक के लिए दूर ही रहूंगी। राहुल भूचर ने उन्हें 'जब वी सेपरेटेड' की कहानी सुनाई, जो उन्हें बेहद पसंद आ गई। वह इस शर्त के साथ इसमें काम को राजी हुई कि पूरा रिहर्सल उन्हीं के घर पर होगा।

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राकेश ने सात साल में लिखी स्क्रिप्ट

'जब वी सेपरेटेड' की कहानी को लिखने में लेखक राकेश बेदी को सात साल लगे। कानपुर में कई बार अपने अभिनय का जादू बिखेर चुके राकेश ने बताया कि अपने आसपास दोस्त, पड़ोसी और रिश्तेदारों में तलाक की समस्या को देखकर उन्हें इस विषय पर नाटक लिखने की प्रेरणा मिली। सात साल में 14 स्क्रिप्ट बदलने के बाद नाटक का मौजूदा स्वरूप सामने आया है। उन्होंने दंपतियों को सलाह दी कि वह लड़ें, लेकिन नए मुद्दों पर। पुराने मुद्दे तलाक की ओर ले जाते हैं, जबकि नए जिंदगी को रंगीन बनाते हैं।

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राहुल बोले, बच्चों की मदद को जुटा रहे पैसा

फेसिलिटी थियेटर के मालिक और अभिनेता राहुल भूचर ने बताया कि उन्होंने अपनी कंपनी को अब चैरेटिबल संस्था में बदल दिया है। इससे होने वाली आय को वह गरीब बच्चे की मदद को खर्च करेंगे। इसके अलावा छोटे-मझोले कलाकारों व निर्माता निर्देशकों को भी आगे बढ़ाने की योजना है।


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