37वीं वाहिनी में पीएसी बैरक के टेंडर में मिली गड़बड़ी, एमएलसी अरुण पाठक ने कही ये बात
पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड की ओर से श्यामनगर में पीएसी बैरक बनने के लिए छह माह पहले ही 9.72 करोड़ रुपये का बजट बनाकर शासन को भेजा गया था। एक माह पहले टेंडर की पहली किस्त जारी हो चुकी थी। इस पर अधीक्षण अभियंता जय सिंह मौर्य ने टेंडर मांगे थे।
कानपुर, जेएनएन। 37वीं वाहिनी में पीएसी बैरक के टेंडर में भी गड़बड़ी पाई गई है। भाजपा नेता की शिकायत पर पीएसी बैरक के टेंडर को भी जांच के दायरे में लिया गया था। इसके बाद अब दोबारा पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता ने दोबारा टेंडर आमंत्रित किये हैं।
पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड की ओर से श्यामनगर में पीएसी बैरक बनने के लिए छह माह पहले ही 9.72 करोड़ रुपये का बजट बनाकर शासन को भेजा गया था। एक माह पहले टेंडर की पहली किस्त जारी हो चुकी थी। इस पर अधीक्षण अभियंता जय सिंह मौर्य ने टेंडर मांगे थे। मानक अनुसार आठ मंजिल इमारत बनने वाली फर्म को ही टेंडर दिया जाएगा। इसके लिए प्रमाण पत्र भी लगाना जरूरी है, लेकिन टेंडर इस मानक को दरकिनार कर किया गया है। इस पर भाजपा नेता संजय पासवान ने मुख्य अभियंता दिवाकर शुक्ला से शिकायत की तो बैरक के काम को भी जांच में शामिल कर लिया गया है।
इसके साथ ही एक ठेकेदार ने एमएलसी अरुण पाठक से भी शिकायत की है। एमएलसी ने ठेकेदार को आश्वासन दिया था कि भाजपा सरकार में गोलमोल करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। टेंडर में गड़बड़ी पाये जाने पर मुख्य अभियंता ने पीएसी बैरक के काम को निरस्त कर दिया गया था।
इनका ये है कहना
पीएसी बैरक बनाने के लिए टेंडर मांगे गए हैं। प्रहरी एप के माध्यम से टेंडर कराये जाएंगे। टेंडर में सभी मानकों को लिया जाएगा।
दिवाकर शुक्ला, मुख्य अभियंता, पीडब्ल्यूडी