अर्धनग्न होकर सड़क पर उतरे आर्डनेंस फैक्ट्री कर्मी, डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन
आर्डनेंस फैक्ट्रियों में अपरेंटिस करने के कारण रेग्युलर शिक्षा से वंचित पूर्व ट्रेड अपरेंटिस नौकरी न मिलने से चिंतित हैं क्योंकि उनकी उम्र भी निकल रही है।
कानपुर (जागरण संवाददाता)। सोमवार की सुबह डीएम कार्यालय के बाहर अद्र्धनग्न अवस्था में पहुंच रहे आर्डनेंस के कर्मचारियों को देखकर लोग हैरत में पड़े रहे। कुछ देर बाद जब संख्या बल ठीक हो गया तो कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए अपनी मांगें रखनी शुरू कर दी। यह सिलसिला काफी देर तक चला, बाद में आए एसीएम को प्रदर्शनकारियों ने ज्ञापन सौंपकर मांगों को सरकार तक पहुंचाने को कहा।
नौकरी के लिए आंदोलन
कानपुर पांच आर्डिंनेंस फैक्ट्रियों ओईएफ, पैराशूट, एसएएफ फील्ड गन और ओएफसी में तीन-चार साल का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके करीब दस हजार से ज्यादा पूर्व ट्रेड अपरेंटिस को नौकरी दिए जाने की मांग को लेकर राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक एवं वरिष्ठ प्रतिरक्षा कर्मचारी नेता आशीष पांडेय के नेतृत्व में डीएम कार्यालय पर अर्धनग्न प्रदर्शन किया गया।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार युवाओं का जीवन बर्बाद कर रही है। तीन और चार साल तक आर्डनेंस फैक्ट्रियों में अपरेंटिस करने के कारण रेग्युलर शिक्षा से वंचित पूर्व ट्रेड अपरेंटिस नौकरी न मिलने के कारण सड़क पर आ गए हैं, उनकी उम्र भी निकल रही है। अपरेंटिस एक्ट का भी पालन नहीं किया जा रहा है। सरकार ने आपेन वैकेंसी आर्डनेंस के पूर्व अपरेंटिस को मात्र पांच नंबर वेटेज के देने का फैसला किया है। सरकार की इस नीति का विरोध किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पिछले पचास वर्षों से अपरेंटिस करने वालों को वरिष्ठता के आधार पर नौकरी दी जाती रही है। उन्होंने प्रतिरक्षा महासंघों को चेतावनी दी है कि आर्डनेंस फैक्ट्रियों में प्रस्तावित 23 जनवरी 2019 से दो दिवसीय हड़ताल में पूर्व ट्रेड अपरेंटिस को नौकरी दिलाने, कर्मचारी मृतक आश्रितों का वन टाइम रिलेक्शन देने आदि दस मांगें रखी जाएंगी। जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन के बाद एसीएम-6 हरिशचंद्र को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान जितेंद्र राजभर, नवीन सिंह, सुनील पांडेय, बृजेश आदि मौजूद रहे।