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Good News : सीएचसी-पीएचसी व निजी क्लीनिक में आज से शुरू हो जाएगी ओपीडी, करना होगा कोरोना गाइडलाइन का पालन

लॉकडाउन के बाद मार्च से बंद कर दी गई थीं सेवाएं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने चालू करने का भेजा पत्र।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Wed, 17 Jun 2020 11:55 PM (IST)Updated: Thu, 18 Jun 2020 08:35 AM (IST)
Good News : सीएचसी-पीएचसी व निजी क्लीनिक में आज से शुरू हो जाएगी ओपीडी, करना होगा कोरोना गाइडलाइन का पालन
Good News : सीएचसी-पीएचसी व निजी क्लीनिक में आज से शुरू हो जाएगी ओपीडी, करना होगा कोरोना गाइडलाइन का पालन

कानपुर, जेएनएन। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन के साथ ही मार्च में अस्पतालों और नर्सिंग होम की ओपीडी सेवाएं बंद कर कर दी गई थीं। सिर्फ चुङ्क्षनदा संस्थानों में इमरजेंसी सेवाएं चल रही थीं। अब गुरुवार से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) एवं निजी क्लीनिक में सामान्य ओपीडी सेवाएं शुरू हो जाएंगी। एलएलआर (हैलट) और कांशीराम अस्पताल खोलने पर अभी फैसला नहीं लिया गया है।

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प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने डीएम एवं सीएमओ को लिखे पत्र में कहा है कि कोरोना महामारी के लंबे चलने की संभावना है। इसलिए जनहित में सीएचसी, पीएचसी व निजी क्लीनिक में सेवाएं बहाल की जाएं। सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला ने बताया कि जिले के 42 पीएचसी, 10 सीएचसी व निजी क्लीनिकों में सामान्य ओपीडी सेवाएं गुरुवार से शुरू हो जाएंगी। कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए मरीज देखे जाएंगे।

बीपी-डायबिटीज पीडि़तों को एक माह की दवाएं

सीएचसी-पीएचसी में डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर व दिल के मरीजों को बार-बार अस्पताल न आना पड़े, इसलिए उन्हें एक महीने की दवाएं देने का निर्देश दिया गया है। ओपीडी कक्ष के बाहर इंतजार करने के लिए शारीरिक दूरी का पालन कराना होगा।

क्लीनिक में बरतें एहतियात

आदेश है कि एक या दो चिकित्सक वाली निजी क्लीनिक में ओपीडी सेवाएं शुरू होंगी, जिसमें एक घंटे में चार से पांच मरीज देखे जाएं। कर्मचारियों को ग्लब्स व मास्क उपलब्ध कराएं। जरूरत पडऩे पर पीपीई किट भी मुहैया कराएं। डॉक्टर एवं पैरामेडिकल स्टॉफ को कोविड प्रोटोकॉल का प्रशिक्षण भी देना जरूरी है।

इसका रखें ध्यान

-प्रत्येक मरीज की थर्मल स्क्रीङ्क्षनग करना जरूरी

-मास्क लगाना व शारीरिक दूरी का पालन अनिवार्य

-एक मरीज के साथ एक तीमारदार को ही अनुमति

-खांसी-बुखार व सांस रोगियों को देखने के लिए अलग व्यवस्था

-भीड़ होने पर पंजीकरण काउंटर बढ़ाएं, हाथ धोने की व्यवस्था भी रखें।  


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