फर्जी रिपोर्ट लगाने वाले लेखपालों को सिर्फ चार्जशीट
जागरण संवाददाता, कानपुर : पारिवारिक लाभ योजना में फर्जीवाड़ा करने वाले लेखपालों को सिर्फ
जागरण संवाददाता, कानपुर : पारिवारिक लाभ योजना में फर्जीवाड़ा करने वाले लेखपालों को सिर्फ चार्जशीट दी गई जबकि इसी मामले में एक महिला लिपिक को निलंबित किया गया। लेखपालों के विरुद्ध चल रही जांच की फाइल को आलमारी में बंद कर दिया गया है।
पारिवारिक लाभ योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा पिछले साल सामने आया था। लेखपालों ने तमाम आवेदनकर्ताओं को पहले पात्र और फिर बाद में अपात्र घोषित कर दिया था। आवेदनकर्ता वास्तव में अपात्र थे, लेकिन लेखपालों ने कार्यालय में ही बैठकर रिपोर्ट तैयार की और उन्हें योजना के तहत 30-30 हजार रुपये की आर्थिक मदद देने की संस्तुति कर दी थी। दैनिक जागरण के खुलासे के बाद मामला सामने आया तो सदर तहसील में तैनात लिपिक को निलंबित किया गया। चार लेखपालों को चार्जशीट दी गई। नायब तहसीलदार विराग करवरिया जांच अधिकारी बने, लेकिन उन्होंने अभी तक चांच पूरी नहीं की जबकि समाज कल्याण विभाग की जांच में यह साबित हो गया था कि लेखपालों ने लापरवाही की है। डीएम सुरेंद्र सिंह का कहना है कि जो भी दोषी हैं उन पर कार्रवाई होगी।
इनके विरुद्ध आदेश
टीपी नगर की साबिया खातून, नूर जहां, विश्व बैंक बर्रा की मिथलेश, टीपी नगर की नसीमा, रत्तूपुरवा की मुन्नी देवी, यशोदा नगर की मंजुल, पशुपति नगर निवासी कमलेश गुप्ता, जूही की मीना देवी, बगाही टीपी नगर की कमरुनिशां, निराला नगर की कमलावती, मसवानपुर की भगवती, संजय गांधी नगर की सुधा अवस्थी आदि महिलाएं अपात्र पाई गई थीं।