Control Room से पकड़ी गई आनलाइन सामूहिक नकल, कालेजों के वीडियो बनाकर UFM में भेजे गए
कंट्रोल रूम से वहां के केंद्राध्यक्षों को सूचना दी गई और नकल का वीडियो भी रिकार्ड कर लिया गया। महाविद्यालय विकास परिषद के निदेशक डा. आरके द्विवेदी ने बताया कि इन कालेजों को लेकर यूएफएम के तहत आगे की कार्रवाई होगी।
कानपुर, जेएनएन। छत्रपति शाहू जी महाराज विवि की वार्षिक परीक्षा में केंद्र नकल कराने से बाज नहीं आ रहे हैं। विवि की किलाबंदी के चलते ऐसे कालेजों का पर्दाफाश हो रहा है। शनिवार को कंट्रोल रूम ने ऐसे दो परीक्षा केंद्रों को पकड़ा। उनकी रिपोर्ट विवि प्रशासन को देने के साथ अनफेयर मीन्स (यूएफएम) में डाल दी गई है। उधर कुलपति प्रो. विनय पाठक ने कंट्रोल रूम का औचक निरीक्षण कर निर्देश दिए कि संदिग्ध कालेजों की रिपोर्ट तैयार करते रहें। गड़बड़ी करने वाले किसी भी कालेज को छोड़ा नहीं जाएगा।
विश्वविद्यालय के कंट्रोल रूम में लगे कैमरों को परीक्षा केंद्र बनाए गए विभिन्न कालेजों से जोड़ा गया है। कैमरों को इस प्रकार से लगाया गया है कि परीक्षा कक्ष में की हर हरकत साफ-साफ नजर आती है।इन्हीं कैमरों ने प्रेमा कटियार कन्या महाविद्यालय पुखरायां व स्व. नरेंद्र सिंह महाविद्यालय गजनेर में नकल पकड़ी। कंट्रोल रूम से वहां के केंद्राध्यक्षों को सूचना दी गई और नकल का वीडियो भी रिकार्ड कर लिया गया। महाविद्यालय विकास परिषद के निदेशक डा. आरके द्विवेदी ने बताया कि इन कालेजों को लेकर यूएफएम के तहत आगे की कार्रवाई होगी। इसके अलावा औरैया के पांच कालेजों को चेतावनी दी गई। चौधरी सुरेश सिंह महाविद्यालय, गायत्री विद्यापीठ, जीएस महाविद्यालय औरैया व केशव प्रसाद महाविद्यालय उन्नाव में आब्जर्वर ने बैठकर परीक्षा कराई।
आब्जर्वर को गलत आइडी दे रहे कालेज : नकल कराने के लिए कई कालेज आब्जर्वर को गलत आइडी व पासवर्ड दे रहे हैं। इसका राजफाश कंट्रोल रूम से हुआ। जब विभिन्न सिटी कोआर्डिनेटर ने परीक्षा केंद्र बनाए गए कालेजों के कैमरों के जरिए वहां की स्थिति देखनी चाही तो कुछ कालेज का आइडी व पासवर्ड गलत पाया गया। उन्होंने जब ऐसे कालेजों से पूछा कि लागइन क्यों नहीं हो रहा है तो जवाब मिला कि शायद कुछ तकनीकी दिक्कत आ रही होगी। ऐसे कालेजों ने बाद में आब्जर्वर को सही पासवर्ड और आइडी दिया। इन कालेजों को भी चेतावनी दी गई है।
एक सिटी कोआर्डिनेटर बदले : विवि के कंट्रोल रूम में एक सिटी कोआर्डिनेटर बदल दिए गए। राजकीय महाविद्यालय शिवराजपुर के आलोक पांडेय की जगह विश्वविद्यालय में लाइफ साइंस के प्रोफेसर सुधीर अवस्थी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। कंट्रोल रूम में 12 सिटी कोआर्डिनेटर व 15 शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है।