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मिशन एडमिशन : एक बार लॉक होने पर बंद हो जाएगा दूसरे कॉलेज का विकल्प

सीएसजेएमयू ने छात्र व कॉलेज को दिया एक दूसरे को चुनने का विकल्प डब्ल्यूआरएन की प्रक्रिया में विवि प्रशासन ने किया बदलाव।

By AbhishekEdited By: Published: Tue, 21 May 2019 10:59 PM (IST)Updated: Wed, 22 May 2019 10:02 AM (IST)
मिशन एडमिशन : एक बार लॉक होने पर बंद हो जाएगा दूसरे कॉलेज का विकल्प
मिशन एडमिशन : एक बार लॉक होने पर बंद हो जाएगा दूसरे कॉलेज का विकल्प

कानपुर, जेएनएन। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) ने डिग्री कॉलेजों की प्रवेश प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है। इस बार वेब रजिस्ट्रेशन नंबर (डब्ल्यूआरएन) का उपयोग छात्रों के साथ कॉलेज प्रशासन भी कर सकेंगे। डब्ल्यूआरएन प्रक्रिया के अंतर्गत पहली बार छात्रों को छह कॉलेज व उनमें संचालित कोर्स चुनने का मौका दिया जा रहा है। च्वाइस फिलिंग में वह विश्वविद्यालय से संबद्ध अपने मनपसंद कॉलेज को चुन सकेंगे। इनमें से जिस कॉलेज में मेरिट अथवा पहले आओ पहले पाओ के आधार पर उन्हें प्रवेश मिलेगा वह लॉक हो जाएगा। उसके बाद वह किसी दूसरे कॉलेज में प्रवेश के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे।

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डिग्री कॉलेजों में प्रवेश के लिए डब्ल्यूआरएन की पंजीकरण प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो गई। इस प्रक्रिया के तहत ऑनलाइन आवेदन करने वाले छात्र को ऑफर लेटर दिया जाएगा। इसमें यूनिक कोड लिखा होगा। इसके अलावा छात्र के मोबाइल पर ओटीपी भी आएगा। कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि डब्ल्यूआरएन पंजीकरण में कॉलेज चुनने के बाद छात्र को प्रवेश के लिए उनमें जाना होगा।

कॉलेजों ने प्रवेश के लिए अंकों के जो मानक तय किए हैं उनके आधार पर छात्रों को दाखिला मिलेगा। मानक के अंतर्गत छात्र को जिस कॉलेज में प्रवेश मिलता है वहां पर छात्र की इंट्री हो जाएगी। इस दौरान उसे दूसरा ओटीपी मिलेगा जिससे उसका प्रवेश पक्का हो जाएगा। इसके बाद वह छात्र किसी दूसरे कॉलेज का विकल्प नहीं चुन सकेगा।

डब्ल्यूआरएन पंजीकरण से मिलेंगे साढ़े तीन करोड़ रुपये

विश्वविद्यालय प्रशासन ने डब्ल्यूआरएन के पंजीकरण की फीस में इजाफा करके उसे सौ रुपए कर दिया है। विश्वविद्यालय से संबद्ध एक हजार डिग्री कॉलेजों में कॉलेज तीन लाख छात्र प्रवेश लेते हैं। जबकि विश्वविद्यालय परिसर व उससे जुड़े कॉलेजों में संचालित प्रोफेशनल कोर्स के छात्रों को भी इस प्रक्रिया से गुजरना होता है। इस प्रकार डब्ल्यूआरएन पंजीकरण शुल्क के रूप में साढ़े तीन लाख छात्र छात्रों से साढ़े तीन करोड़ रुपए विश्वविद्यालय को आयेंगे।

हेल्पलाइन नंबर करेंगे छात्रों की मदद

विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियङ्क्षरग एंड टेक्नोलॉजी (यूआइईटी) की एकेडमिक ब्लॉक को डब्ल्यूआरएन का नियंत्रण केंद्र बनाया गया है। इसके आवेदन से संबंधित कोई भी समस्या व दुविधा होने पर छात्र 9045244802 व 7393812833 हेल्पलाइन नंबर पर सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक संपर्क कर सकते हैं। इस समय अंतराल में वह यूआइईटी आकर भी अपनी शंका का समाधान कर सकते हैं।

शहर के इन कॉलेजों में प्रवेश फार्म मिलने हो गए शुरू

पीपीएन डिग्री कॉलेज, क्राइस्ट चर्च डिग्री कॉलेज, आचार्य नरेंद्र देव महाविद्यालय, हर सहाय डिग्री कॉलेज, दयानंद गल्र्स डिग्री कालेज, बीएनडी डिग्री कॉलेज (रजिस्ट्रेशन शुरू), वीएसएसडी डिग्री कॉलेज, अर्मापुर डिग्री कॉलेज,

हर सहाय डिग्री कॉलेज में प्रवेश प्रारंभ

व ब रजिस्ट्रेशन नंबर का पंजीकरण होने के साथ ही हर सहाय डिग्री कॉलेज में मंगलवार से प्रवेश शुरू हो गए। इस नंबर के साथ प्रवेश लेने के लिए पहुंचे छात्रों को दाखिला दे दिया गया।

प्रथम श्रेणी वाली छात्राओं को सीधे प्रवेश

केवल छात्राओं के लिए एमकॉम का कोर्स संचालित करने वाले शहर के पहले एएनडी महिला महाविद्यालय में प्रवेश का सिलसिला शुरू हो चुका है। बीए, बीएससी व बीकॉम में प्रथम श्रेणी प्राप्त छात्राओं को सीधे प्रवेश दिया जाएगा। उनकी मेरिट नहीं बनेगी। पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर उन्हें यहां प्रवेश मिलेगा।

डब्ल्यूआरएन शुल्क बढ़ाए जाने का विरोध

कानपुर : सीएसजेएमयू की ओर से वेब रजिस्ट्रेशन नंबर (डब्ल्यूआरएन) का शुल्क बढ़ाए जाने पर शिक्षकों ने अपना विरोध जताया है। कानपुर विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (कूटा) के अध्यक्ष डॉ. बीडी पांडेय ने इसका विरोध करते हुए कहा कि साल भर में यह शुल्क दोगुना बढ़ाया गया है। जिससे छात्रों पर अतिरिक्त बोझ पड़ा है। साल भर पहले यह शुल्क 50 रुपए था जिसे बढ़ाकर सौ रुपए कर दिया गया है। यह गलत है। इस संबंध में कुलपति व कुलसचिव से वार्ता की जाएगी।

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