एनजीटी के आदेशों का शुरू हुआ अभियान, साफ होने लगा मलबा और गंदगी
कानपुर नगर में खुले में सामग्री फेकने वालों के खिलाफ अभियान शुरू हो गया है। एनजीटी के आदेश पर शुरू हुए अभियान में ऐसे लोगों पर भी कार्रवाई की जाएगी जो खुले में मलबा फेंक देते हैैं ऐसे लोगों पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।
कानपुर, जेएनएन। राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) के आदेशों के तहत नगर निगम ने शहर में जगह-जगह फैले मलबे और गंदगी को उठाने शुरू कर दिया है। साथ ही नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी ने सभी जोनल अभियंताओं व स्वास्थ्य अफसरों को आदेश दिए है कि मलबा डालने, खुले में सामग्री रखने और सफाई के बाद गंदगी डालने वालों पर कार्रवाई की जाए और जुर्माना वसूला जाए। एनजीटी के स्पष्ट आदेश है कि कूड़ा सड़क पर न फैले और मलबा व निर्माण सामग्री ढककर रखी जाए। इसको लेकर नगर निगम ने युद्धस्तर पर हर जोन में दस से ज्यादा लोगों की टीम लगाकर रात में कूड़ा उठाने के साथ ही मलबा भी उठाया जा रहा है।
सड़क घेर कर सामग्री बेचने वालों पर हो कार्रवाई
सड़क व फुटपाथ घेर कर सड़क पर सामग्री बेचने वालों पर कार्रवाई की जाए। शहर में पांच हजार से ज्यादा लोग सड़क और फुटपाथ को घेर कर निर्माण सामग्री बेच रहे है। काकादेव, जवाहर नगर, गीतानगर, शारदानगर, सनिगवां, सजारी, बैराज, सिंहपुर कछार, मैनावती मार्ग, कल्याणपुर, इंदिरानगर, ज्यौरा, शताब्दी नगर, पनकी, श्यामनगर समेत कई जगह खुल में निर्माण सामग्री बेची जा रही है। राकेश तिवारी,हिमांशु बाजपेयी, गोलू, श्याम तिवारी, डॉ अनिल अवस्थी ने बताया कि दिनभर सामग्री उड़ती रहती है और लोगों का निकलना मुश्किल हो जाता है।
मलबा से बनेगा टाइल्स
मलबा से नगर निगम टाइल्स बनाएगा। इसका प्लांट भाऊसिंह पनकी में डंपिंग ग्राउंड में लगाया जा रहा है। मलबे से बनने वाली टाइल्स का प्रयोग पार्कों व फुटपाथ पर किया जाएगा।