फिर बाहर आया कानपुर कचहरी में चेंबर का मुद्दा, पुराने एलॉट नहीं हुए नए की फिर तैयारी
कानपुर में वकीलों के लिए कचहरी में चेंबर की समस्या एक बड़ा मसला है। चेंबर पर अवैध कब्जों से लेकर नए अलॉटमेंट तक रार ही रार बनी है। पहले बने चेंबर अभी अलॉट नहीं हो सके और नए बनाने की कवायद फिर शुरू हो गई है।
कानपुर, जेएनएन। कचहरी में वकीलों के लिए चेंबर समस्या एक बड़ा मुद्दा है। ऐसे में चेंबर पर कब्जा, चेंबर के लिए अवैध कब्जा ऐसी खबरें आम हो गई हैं। इसे देखते हुए बार एसोसिएशन ने नए चेंबर निर्माण के लिए एक बार फिर कवायद शुरू की है। इस बार कलेक्ट्रेट के पास दूसरी मंजिल पर चेंबर बनाने की योजना है। इसके लिए पदाधिकारी प्रशासनिक अधिकारियों की मदद से योजना बनाने में जुटे हैं जबकि पुराने चेंबरों का आवंटन अभी तक नहीं किया जा सका है।
सरसैया घाट की ओर लॉयर्स एसोसिएशन और प्रशासनिक अफसरों की पहल के बाद चार साल पहले 22 चेंबर बनकर तैयार हुए थे। उस दौरान चेंबरों के आवेदन तत्कालीन एडीएम सिटी अविनाश सिंह के कार्यालय में जमा कराए गए। तय हुआ था कि लाटरी के जरिये चेंबर आवंटन किया जाएगा। एक चेंबर दो अधिवक्ताओं को आवंटित होगा लेकिन ऐसा नहीं हो सका। जिसके बाद चेंबरों के ताले तोड़कर वकीलों ने कब्जा कर दिया। इन्हीं चेंबरों को लेकर दो अधिवक्ता पक्षों में जमकर मारपीट भी हो चुकी है।
कब्जा होने के बाद अब कोई पदाधिकारी न तो इन चेंबरों को खाली कराने की हिम्मत कर रहा है और न ही प्रशासन इसमें कोई हस्तक्षेप कर रहा है। ऐसे में लाखों रुपये के यह चेंबर वकीलों के कब्जे का शिकार हो गए। इनका निस्तारण किए बिना एक बार फिर बार और लॉयर्स एसोसिएशन ने मस्जिद के पास द्वितीय तल पर चेंबर निर्माण की कवायद शुरू की है। जिसके बाद खुद अधिवक्ता ही कहने लगे हैं कि जिनके लिए पहले आवदेन कराए थे, उनका निस्तारण किया नहीं अब फिर से दूसरी प्रक्रिया शुरू कर दी। नए चेंबर बने तो इनका भी वही हाल होगा।