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कानपुर में हुआ दर्दनाक सड़क हादसा, सड़क पर खड़ी डीसीएम में घुसी कार, कैब ड्राइवर समेत छात्र की मौत

अनुभव के परिवार में पिता मां शकुंतला दो बहनें अमृता नमृता और छोटा भाई चंदन हैं। सहदेव परिवार का इकलौता सहारा था। उसके परिवार में मां राजकुमारी चार शादीशुदा बहनें सुनीता सुदेवी शारदा व शांति हैं। सुबह जब पुलिस ने दोनों परिवारों को सूचना दी तो स्वजन बेहाल हो गए।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Tue, 24 Aug 2021 10:03 PM (IST)Updated: Tue, 24 Aug 2021 10:03 PM (IST)
कानपुर में हुआ दर्दनाक सड़क हादसा, सड़क पर खड़ी डीसीएम में घुसी कार, कैब ड्राइवर समेत छात्र की मौत
कोपरगंज चौराहे पर हुई सड़क दुर्घटना में क्षतिग्रस्त वाहन।

कानपुर, जेएनएन। उन्नाव में कल्याणी देवी मंदिर के पास रहने वाले डीवीडीटी इंटर कालेज के प्रवक्ता मदन मोहन शुक्ला का 23 वर्षीय बड़ा बेटा अनुभव उर्फ नंदू लखनऊ के राजकीय कालेज आफ आर्किटेक्ट से बीआर्क चतुर्थ वर्ष का छात्र था। पिता ने बताया कि बेटे को श्री राम के म्यूजियम की डिजाइन तैयार करने का प्रोजेक्ट दिया गया था। इसके चलते दिल्ली, पंजाब, जयपुर, ओरछा आदि स्थानों पर स्थित म्यूजियम की स्टडी करने वह मंगलवार सुबह राजधानी एक्सप्रेस से दिल्ली जाने वाला था। सोमवार शाम वह शास्त्रीनगर निवासी बहन अमृता के घर रुके था। उनके साथ कल्याणपुर की मिर्जापुर कालोनी निवासी अमृता के ननदोई व मसाला कंपनी में सेल्स मैनेजर अनुपम मिश्रा को भी दिल्ली जाना था। स्वजन ने बताया कि मंगलवार सुबह चार बजे अनुपम ओला कार से अनुभव को लेने पहुंचे। कोपरगंज चौराहे के पास कार डीसीएम में जा घुसी। पुलिस ने अनुपम मिश्रा, अनुभव व यशोदा नगर निवासी चालक सहदेव को एलएलआर अस्पताल पहुंचाया। जहां अनुभव व सहदेव को मृत घोषित कर दिया गया। अनुपम को स्वजन रीजेंसी अस्पताल ले गए। 

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इनका ये है कहना: थाना प्रभारी राजकुमार ने बताया कि कोपरगंज चौराहे के पास अंधेरा व कार की रफ्तार तेज होने के कारण हादसा हुआ है। तहरीर आने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

दोनों परिवार बेहाल, फफक पड़ीं बहनें : अनुभव के परिवार में पिता, मां शकुंतला, दो बहनें अमृता, नमृता और छोटा भाई चंदन हैं। सहदेव परिवार का इकलौता सहारा था। उसके परिवार में मां राजकुमारी, चार शादीशुदा बहनें सुनीता, सुदेवी, शारदा व शांति हैं। सुबह जब पुलिस ने दोनों परिवारों को सूचना दी तो स्वजन बेहाल हो गए। एक दिन पहले राखी बांधने वाली बहनें तो बेसुध सी हो गईं। अनुभव के पिता ने बताया कि बेटे को मंगलवार शाम दिल्ली जाना था, लेकिन गलती से टिकट सुबह की बुक हो गई थी। सहदेव की बहन सुनीता ने बताया कि सहदेव निजी कंपनी में नौकरी करता था। कार उसका दोस्त जितेंद्र चलाता है। मंगलवार तड़के जितेंद्र के कहने पर वह बुकिंग पर निकला था।

बेतहाशा कार दौड़ा रहा था चालक : हादसे में घायल अनुपम मिश्रा की पत्नी अंजली ने बताया कि पति करीब पौने चार बजे मीरजापुर कालोनी स्थित घर से निकले थे। चार बजे वह शास्त्रीनगर पहुंचे। यहां से अनुभव को भी कार में बैठाया। जीटी रोड पहुंचने के बाद कार चालक तेज रफ्तार से चलने लगा। पति ने उसे टोका भी, लेकिन नहीं माना। 


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