कानपुर के चर्चित पिंटू सेंगर हत्याकांड और वाजिदपुर बवाल में रासुका की प्रक्रिया शुरू
पाउच पर पैर पडऩे से निकली पानी की छीटों के विरोध में 15 नवंबर 2020 को वाजिदपुर मेंं पिंटू की पीटकर हत्या कर दी गई थी। मुख्य आरोपित अमान को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। मोहसिन उर्फ लाल सरफराज मेराज व अंजुम को जेल भेजा जा चुका है।
कानपुर, जेएनएन। बसपा नेता पिंटू सेंगर हत्याकांड में पप्पू स्मार्ट और वाजिदपुर में बवाल में मुख्य आरोपितों पर चकेरी पुलिस ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर ली है। एसपी पूर्वी द्वारा रासुका की संस्तुति किए जाने के बाद फाइल डीआइजी के पास भेज दी गई है। उम्मीद है कि अगले सप्ताह तक रासुका लगा दिया जाएगा।
पिंटू सेंगर हत्याकांड : बसपा नेता पिंटू सेंगर की 20 जून 2020 को चकेरी क्षेत्र में गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने 15 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था, जिसमें से एक तौसीफ उर्फ कक्कू की जेल में मौत हो चुकी है, जबकि 14 अभी जेल में है। इस प्रकरण में पप्पू स्मार्ट, मनोज गुप्ता और वीरेंद्र पाल मुख्य आरोपित थे। चकेरी पुलिस अभी केवल पप्पू स्मार्ट के खिलाफ रासुका लगाने जा रही है। अन्य दोनों ने हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की है, जिसमें पुलिस की जांच को चुनौती दी गई है। माना जा रहा है कि इस याचिका का फैसला आने के बाद पुलिस इन दोनों पर भी रासुका की कार्रवाई कर सकती है।
वाजिदपुर बवाल : पाउच पर पैर पडऩे से निकली पानी की छीटों के विरोध में 15 नवंबर 2020 को चकेरी के वाजिदपुर मेंं पिंटू की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। मुख्य आरोपित अमान को पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है। मोहसिन उर्फ लाल, सरफराज, मेराज व अंजुम को जेल भेजा जा चुका है। सीएम ने इस मामले में आरोपितों पर रासुका लगाने को कहा था। पुलिस अब रासुका की कार्रवाई करने जा रही है। हालांकि ये स्पष्ट नहीं है कि पुलिस सभी गिरफ्तार आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करेगी या एक दो पर।