इत्रनगरी में अब महकेगा सैनिटाइजर, 100 रुपये प्रति लीटर से भी कम हैं रेट
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के अनुरूप एफएफडीसी ने शुरू किया काम रोज तीन हजार लीटर निर्माण की क्षमता।
कानपुर, [जागरण स्पेशल]। पूरे विश्व को अपनी खुशबू से मदहोश करने वाला कन्नौज अब सैनिटाइजर बनाकर कोरोना के खिलाफ चल रही जंग को धार देगा। कन्नौज स्थित सुगंध एवं सुरस विकास केंद्र (एफएफडीसी) ने बड़े पैमाने पर सैनिटाइजर निर्माण का काम शुरू कर दिया है। सरकारी संस्था होने के कारण यहां से खरीद में भी सरकारी विभागों को सहूलियत मिलेगी। यही वजह है कि सरकार ने इसके निर्माण का लाइसेंस जारी कर दिया है।
सरकार ने जारी किया निर्माण का लाइसेंस
कोरोना से बचाव के लिए प्रदेश सरकार को प्रतिदिन 50 हजार लीटर तक सैनिटाइजर की जरूरत पड़ रही है, लेकिन इसकी पूॢत होने में दिक्कतें आ रही हैं। इसे देखते हुए कन्नौज के सांसद सुब्रत पाठक ने कन्नौज स्थित एफएफडीसी के केंद्र में सैनिटाइजर बनाने के लिए लाइसेंस जारी करने का आग्रह प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन से किया था। पांच दिन के भीतर सारी औपचारिकताएं पूरी करते हुए लाइसेंस जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही निर्माण का काम भी शुरू हो गया है। निर्माण के साथ ही कन्नौज के जिला ग्राम्य विकास अभिकरण ने 130 लीटर हैंड सैनिटाइजर का आर्डर भी दे दिया है। हैंड सैनिटाइजर 98 रुपये प्रति लीटर की दर से सप्लाई किया जा रहा है। एफएफडीसी के सहायक निदेशक भक्तिविजय शुक्ला ने बताया कि रेलवे ने भी इसका सैंपल लिया है। जल्द ही बड़े आर्डर मिलने वाले हैं। उन्होंने बताया कि निर्माण विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के अनुरूप हो रहा है। अभी क्षमता कम है, लेकिन एक दिन में तीन हजार लीटर तक उत्पादन किया जा सकता है।
कानपुर में भी होगी सप्लाई
कन्नौज में सैनिटाइजर बनने के कारण इसके कानपुर में सप्लाई की पूरी उम्मीद है। अधिकारियों ने अनौपचारिक वार्ता भी पूरी कर ली है। माना जा रहा है कि जल्द ही आर्डर दिए जा सकते हैं।