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कानपुर में शरई अदालत नहीं अब खुलेंगे सुलह केंद्र, फैसला मानने की ली जाएगी तहरीर

Muslims Court News ऑल इंडिया सुन्नी उलमा काउंसिल कानपुर में चार सेंटर बनाएगी। सुलह केंद्रों में आने वाले मामलों में दोनों पक्षों में सुलह के आधार पर निपटारा किया जाएगा। मामलों में पहले ही फैसला मंजूर होने की रजामंदी यानी तहरीर ले ली जाएगी।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Tue, 12 Jan 2021 09:36 AM (IST)Updated: Tue, 12 Jan 2021 09:36 AM (IST)
कानपुर में शरई अदालत नहीं अब खुलेंगे सुलह केंद्र, फैसला मानने की ली जाएगी तहरीर
कानपुर में चार जगह शरई अदालतें चल रही हैं।

कानपुर, जेएनएन। मुस्लिमों के बीच मनमुटाव के मामलों में अब शरई अदालत में फैसले देने की जगह सुलह कराने को प्रमुखता दी जाएगी। इसके लिए सुलह केंद्र खोले जाएंगे, जहां पर निकाह, तलाक, झगड़ों व संपत्ति विवाद के मामलों को सुलझाया जाएगा। केंद्र में आने वाले मामलों में पहले ही दोनों पक्षों से तहरीर ले ली जाएगी कि जो भी फैसला होगा, मंजूर होगा।

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शहर में कई दारुल कजा यानी शरई कोर्ट हैं। हर शहरकाजी के नेतृत्व में एक शरई कोर्ट चल रही। इससे अलग अब ऑल इंडिया सुन्नी उलमा काउंसिल शहर में शरई सुलह केंद्र खोलने जा रही है। ये केंद्र शहरकाजी मौलाना मुश्ताक अहमद मुशाहिदी के संरक्षण में खोले जाएंगे। प्रथम चरण में चार केंद्रों की स्थापना होगी। इस बात का निर्णय तलाक महल स्थित कार्यालय में हुई ऑल इंडिया सुन्नी उलमा काउंसिल की बैठक में लिया गया। काउंसिल के महासचिव हाजी मोहम्मद सलीस ने बताया किशरई कोर्ट में शरीयत की रोशनी फैसला होने के बाद भी बहुत से लोग इसे मानते नहीं हैं। ऐसे में वे गुनाहगार होते हैं। सुलह केंद्रों में विवाद खत्म कर समझौता कराने पर जोर दिया जाएगा। बैठक में शहरकाजी मौलाना मुश्ताक मुशाहिद, मौलाना मेराज अशरफी, हाजी दिलशाद कुरैशी, हाफिज मुबीन आदि रहे।

चमनगंज खुली दारुल कजा, मुफ्तियों का पैनल बना

शरई मामलों को हल करने के लिए चमनगंज में दारुल कजा यानी शरई अदालत का गठन किया गया है। मुफ्तियों का पैनल भी बनाया गया है। शहरकाजी मौलाना रियाज अहमद हशमती की अध्यक्षता में बाबू पुरवा स्थित सुन्नी शरई दारुल कजा में मुफ्तियों और उलमा की बैठक हुई। इसमें चमनगंज में भी सुन्नी शरई दारुल कजा की शाखा खोलने का निर्णय हुआ। दारुल कजा शहरकाजी मौलाना रियाज अहमद हशमती और मुफ्ती ए आजम मुफ्ती शाहबाज अनवर के नेतृत्व में संचालित होगी। गठित पैनल में मुफ्ती ए आजम शाहबाज अनवर, नायब शहरकाजी मुफ्ती यूनुस रजा उवैसी, मुफ्ती मोहम्मद इरफान मिस्बाही, मुफ्ती कासिम अमजदी, मुफ्ती मोहम्मद अजमल मिस्बाही शामिल हैं। 

शरई अदालतों में इन मामलों की सुनवाई : निकाह, तलाक, खुला (महिला की तरफ से पति से अलग होना) तरका (पिता की संपत्ति में बेटी का हिस्सा), घरेलू झगड़ों में फैसले दिए जाते हैं।

शहर में यहां चल रहीं शरई अदालतें

  • रजबी रोड : शहरकाजी मुफ्ती साकिब अदीब के नेतृत्व में जमीयत बिल्डिंग रजबी रोड
  • मुफ्ती इनामुल्लाह बाबूपुरवा : शहरकाजी मौलाना रियाज अहमद हशमती
  • कुली बाजार : शहरकाजी हाफिज अब्दुल कुद्दूस हादी
  • चमनगंज : महिला शहरकाजी डा, हिना जहीर व शहरकाजी मारिया फजल

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