कानपुर-सागर राजमार्ग पर घाटमपुर में बनेगा 200 बेड का ट्रामा सेंटर, बुंदेलखंड के लोगों को मिलेगा फायदा
कानपुर-हमीरपुर-सागर राष्ट्रीय राजमार्ग पर होने वाले हादसों को देखते हुए घाटमपुर में ट्रामा सेंटर बनाने का फैसला लिया गया है। इससे हादसा होने पर बुंदेलखंड के जिलों के पीडि़तों को सबसे ज्यादा राहत मिलेगी अभी घायल को लेकर एलएलआर अस्पताल जाते हैं।
कानपुर, [ऋषि दीक्षित]। भारी वाहनों की अत्याधिक आवाजाही को देखते हुए जिले के घाटमपुर में 200 बेड का ट्रामा सेंटर बनाने की कवायद शुरू हो गई है। राज्य सरकार ने सीएमओ से ट्रामा सेंटर के हिसाब से भूमि की उपलब्धता, सुविधाएं और संसाधन की जरूरतों की रिपोर्ट अविलंब मांगी है। साथ ही ट्रामा सेंटर की स्थापना का प्रस्ताव तैयार करके भेजने का निर्देश दिए हैं।
घाटमपुर से होकर कानपुर-हमीरपुर-सागर राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरता है। यहां मौरंग एवं गिट्टी लदे ट्रकों की 24 घंटे आवाजाही रहती है। इसके अलावा औरैया-इटावा व आगरा को जोडऩे वाला सिकंदरा-चौडगरा राज्य मार्ग यानी मुगल रोड भी यहां से गुजरता है, जो बहुत व्यस्त रहती है। इस वजह से यहां आए दिन हादसे होते रहते हैं। यहां 30 बेड का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) है, जहां ट्रामा केयर की सुविधा नहीं है। इसलिए हादसे के गंभीर घायलों की जान बचाने को कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर अस्पताल (हैलट) लेकर भागना पड़ता है।
विधानसभा में उठी थी मांग : घाटमपुर एवं पास के जिलों में उच्चस्तरीय चिकित्सकीय सुविधाएं नहीं हैं। इसलिए यहां ट्रामा सेंटर की स्थापना के लिए क्षेत्रीय लोगों ने विधायक उपेंद्र पासवान को पत्र लिखा था। उन्होंने विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया था।
शासन ने मांगी रिपोर्ट : घाटमपुर में ट्रामा सेंटर की स्थापना का सवाल उठाए जाने के बाद शासन ने सीएमओ से रिपोर्ट मांगी है। सीएचसी की भूमि की पैमाइश और खसरा-खतौनी निकलवाई जा रही है। ट्रामा सेंटर के हिसाब से भूमि की उपलब्धता भी देखी जा रही है।
यह होंगी सुविधाएं
200 बेड का होगा ट्रामा सेंटर
05 मंजिला होगा भवन
10 बेड का होगा आइसीयू
04 आपरेशन थियेटर बनेंगे
04 न्यूरो सर्जन तैनात होंगे
04 आर्थाेपेडिक सर्जरी रहेंगे
04 जनरल सर्जन भी तैनात होंगे
04 पीडियाट्रिक और 04 काॢडयक सर्जन होंगे
-घाटमपुर में 200 बेड का ट्रामा सेंटर बनाने के लिए विधायक ने सवाल किया है। व्यस्ततम यातायात होने की वजह से क्षेत्र में प्रतिदिन सड़क हादसे होते रहते हैं। इसलिए ट्रामा सेंटर जरूरी था। विस्तृत रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। ट्रामा सेंटर बनने से बड़ी आबादी लाभान्वित होगी।
- डा. नैपाल सिंह, सीएमओ, कानपुर नगर।