Corona Virus : चीन से छुट्टियां बिताने के लिए कानपुर में घर आया परिवार, दहशत में पड़ोसी
आर्य नगर स्थित घर आए आयुष शुक्ल 13 साल से पत्नी व बच्ची के साथ गांगजो शहर में रह रहे हैं।
कानपुर, जेएनएन। चीन से छुट्टियां बिताने के लिए परिवार आर्य नगर स्थित अपने घर लौटा तो कोरोना वायरस के खौफ से मोहल्ले के लोग परेशान हो गए। इस परिवार ने कोलकाता एयरपोर्ट पर थर्मल स्क्रीनिंग में पूरी तरह स्वस्थ पाए जाने की जानकारी दी तब लोगों ने राहत की सांस ली।
34 वर्षीय आयुष शुक्ल बीते 13 साल से चीन में पत्नी 29 वर्षीय सुचित्रा व ढाई वर्षीय बेटी आयुषी के साथ रहते हैं। वह वहां गांगडांग राज्य की राजधानी गांगजो में मल्टीनेशनल लॉजिस्टिक कंपनी में कार्यरत हैं। चीन यह शहर बड़ा व्यापारिक केंद्र है और आबादी डेढ़ करोड़ है। वहां राजस्थान और गुजरात के काफी लोग रह रहे हैं। वहां की कई मेडिकल यूनिवर्सिटी में बड़ी संख्या में भारतीय छात्र पढ़ते हैं।
वहां नववर्ष का जश्न तो लौटे अपने घर
आयुष बताते हैं कि चीन में लुनर ईयर यानी नया वर्ष चल रहा है, जिसका जश्न वहां एक माह तक मनाया जाता है। वहां छुïट्टी रहती है तो परिवार के बीच आ गया। उन्होंने बताया कि हम तो सामान्य हालात में छुïट्टी पर आए थे पर संक्रमण बढऩे पर केंद्र सरकार चिंतित है। दूतावास ने भारतीयों को वतन लौटने की एडवाइजरी जारी की है।
मुझे कोई दिक्कत नहीं, अभी क्रिकेट खेल कर लौटा
उन्होंने कहा कि मुझे या मेरे परिवार को कोई दिक्कत नहीं है। जबसे आया हूं, रोजाना दोस्तों संग क्रिकेट खेलता हूं। पत्नी के मायके में शादी है और पूरे परिवार को वहां जाना है। शादी छुट्टियां के समय पड़ी ये अच्छा हुआ, इससे समारोह में शामिल हो जाएंगे।
गांगजो में भी कुछ मामले, बढ़ाई गईं छुट्टियां
उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस से हुबई राज्य का गुहान शहर संक्रमित हुआ था। गांगजो में स्थितियां सामान्य थीं लेकिन बुधवार शाम जब अपने दफ्तर के साथियों से बात की तो वहां संक्रमण के कुछ मामलों की जानकारी हुई। दफ्तर से बताया गया है कि छुट्टियां आठ फरवरी को खत्म हो रही थीं, अब एहतियातन छुट्टियां सात दिन और बढ़ाई गई हैं। वहां की स्थितियों की जानकारी लेने के बाद ही वापसी के बारे में सोचेंगे।
किए जा रहे बचाव के उपाय
उन्होंने कहा कि संक्रमण रोकने के लिए चीन सरकार सचेत है। रोकथाम एवं बचाव के उपाए किए गए हैं। पब्लिक ट्रांसपोर्ट पूरी तरह बंद कर दिया गया है। सीमित संख्या में टैक्सियां चल रही हैं। सरकार राशन व चिकित्सा की ठोस व्यवस्था कर रही है।
कोरोना वायरस के लिए संवेदनशील नहीं कानपुर एयरपोर्ट
विदेश से सीधी हवाई सेवा नहीं होने की वजह से शासन ने कोरोना वायरस के लिए कानपुर एयरपोर्ट को संवेदनशील नहीं माना है। फिर भी एयरपोर्ट पर हर यात्रियों की स्क्रीनिंग करने का आदेश दिया है। वहीं पड़ोसी देश की सीमा से जुड़े सूबे के जिले, जहां पर्यटक भी आते हैं। वहां के एयरपोर्ट, बार्डर चेकपोस्ट और होटलों को संवेदनशील माना गया हैै। वहां विशेष एहतियात बरतने के आदेश शासन ने दिए हैं। प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने मंगलवार कोरोना वायरस को लेकर सभी जिलों को अलर्ट जारी किया है। उसके हिसाब से ही तैयारी के आदेश दिए हैं।
सभी जिलों के सीएमओ को कोरोना वायरस के संक्रमण, उसके लक्षण और बचाव की जानकारी आमजन को दी जाए। सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला का कहना है कि शासन ने देर रात कोरोना वायरस को लेकर आदेश जारी किए हैं। उसके हिसाब से कानपुर एयरपोर्ट को संवेदनशील नहीं है। पड़ोसी देश की सीमा से जुड़े जिले ही संवेदनशील हैं। वहां हर आने वाले की स्पेशल स्क्रीनिंग के आदेश हैं। उन जिलों की बार्डर चेकपोस्ट, एयरपोर्ट और होटलों को संवेदनशील हैं।
यह एयरपोर्ट संवेदनशील : लखनऊ, वाराणसी, आगरा, प्रयागराज, गोरखपुर, श्रावस्ती।
निगरानी में इन जिलों के होटल : लखनऊ, आगरा, वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, कुशीनगर, श्रावस्ती।
यह चेकपोस्ट रहेंगी सजग : बलरामपुर, बहराइच, लखीमपुर खीरी, बलरामपुर, श्रावस्ती, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, पीलीभीत।