राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 2022 : मानचित्र पटल पर जल्द होंगे कानपुर के ऐतिहासिक और पौराणिक स्थल, यह योजनाएं देगी उड़ान
कानपुर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चल रही हैं उसी में से एक है बिठूर में अर्थ गंगा प्रोजेक्ट इस योजना के जरिये अंतरराष्ट्रीय फलक पर शहर का नाम पहुँचाने की तैयारी की जा रही है। साथ ही कई और योजनाएं भी चल रही हैं।
कानपुर, [अंकुश शुक्ल]। औद्योगिक नगरी के रूप में विकसित हुआ कानपुर शहर धीरे-धीरे ऐतिहासिक और पौराणिक स्थलों के चलते पर्यटन नगरी के रूप में विकसित हो रहा है। शहर में दर्जनों ऐसी योजनाएं चल रही हैं जिनके पूरा होने से देश-विदेश के पर्यटकों को सांस्कृतिक धरोहरें और पतित पावनी गंगा का तट आकर्षित करेगा। वहीं, बिठूर में प्रस्तावित अर्थ गंगा प्रोजेक्ट, विजिटर गैलरी, रामायण थीम पार्क, ऐतिहासिक विरासतों पर नाइट लेजर लाइट शो, थीम पार्क, बोट क्लब जैसी कई योजनाएं पर्यटन का केंद्र स्थापित करने में मददगार साबित होंगी।
ब्रह्मांड की धुरी कहे जाने वाली बिठूर नगरी को पर्यटन के नक्शे पर विकसित करने के लिए हाल में अर्थ गंगा प्रोजेक्ट का तोहफा मिला है। इसमें करीब सौ करोड़ रुपये से पर्यटन को बढ़ावा देनी वाली योजनाएं पूर्ण की जाएगी। घाटों के सुंदरीकरण के साथ नौकायन, वाटर स्पोर्ट्स और बिठूर से गंगा बैराज तक पर्यटक नौका विहार का आनंद ले सकेंगे। इसके साथ ही गंगा आरती का मनोरम दृश्य विश्व भर को दिखाने के लिए वाराणसी और हरिद्वार की तर्ज पर प्रतिदिन गंगा आरती कराई जाएगी। वहीं, गंगा घाटों के विकास के साथ पर्यावरण संरक्षण के लिए औषधि युक्त पौधे बड़ी संख्या में लगाए जाएंगे।
यह योजनाएं देंगी पर्यटन को उड़ान
गंगा जैव विविधता पार्क : बाटनिकल गार्डन की भूमि पर गंगा जैव विविधता पार्क का निर्माण होना है।
बोट क्लब : इसमें विभिन्न प्रकार की जल क्रीड़ा का आयोजन किया जाएगा।
गंगा थीम पार्क : अटल घाट के पीछे 32 एकड़ में गंगा थीम पार्क की स्थापना की जाएगी। इसमें गंगा के साथ 1857 की क्रांति का इतिहास दिखाया जाएगा।
पौराणिक स्थल करेंगे आकर्षित
घाटमपुर स्थित गुप्तकालीन भगवान जगन्नाथ मंदिर, बिठूर का लवकुश आश्रम, वाल्मीकि आश्रम, पेशवा और रानी लक्ष्मीबाई का इतिहास जन-जन तक पहुंचेगा।