Unnao Ki Beti: पोस्टमार्टम के बाद हत्या का केस दर्ज, मानवाधिकार आयोग ने तलब किया जवाब, सियायत भी तेज
Save Unnao Ki Beti न्यायामूर्ति केपी सिंह ने उन्नाव के इस हत्याकांड को मानवाधिकार का हनन बताया है। साथ ही एसपी को दो सप्ताह में जांच आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। पूरा गांव बुधवार की रात में ही छावनी में तब्दील हो गया था।

उन्नाव, जेएनएन। Save Unnao Ki Beti जिले के असोहा थाना क्षेत्र के गावं में दिन भर चली हलचल के बाद हत्या का केस दर्ज हुआ। पोस्टमार्टम के जब दोनों बुआ-भतीजी के शव गांव तब पहुंचे तब पुलिस ने मामला दर्ज किया है। किशोरियों की हत्या का मामला प्रदेश के मानवाधिकार आयोग तक पहुंच चुका है। मामले में एसपी को दो सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा गया है। जिले के एक गांव में बुधवार रात दो किशोरियों की हत्या हुई थी, वहीं एक का गंभीर हालत में कानपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। न्यायामूर्ति केपी सिंह ने इस हत्याकांड को मानवाधिकार का हनन बताया है। साथ ही एसपी को दो सप्ताह में जांच आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
यह भी पढ़ें: उन्नाव प्रकरण पर CM याेगी ने दी प्रतिक्रिया, घटना को बताया दुर्भाग्यपूर्ण, जानिए - क्या कहते हैं विपक्षी नेता
छावनी बना असोहा थाना क्षेत्र का गांव
किशोरियों की हत्या की सूचना के बाद पूरा गांव बुधवार की रात में ही छावनी में तब्दील हो गया था। वहीं जिले में सियासी हलचल भी तेज हो गई है। कई थानों का पुलिस बल और पीएसी तैनात कर दी गई है। चप्पे-चप्पे पर खाकी का पहरा होने के साथ ही सादी वर्दी में पुलिस जवानों के अलावा क्राइम ब्रांच, स्वॉट और खुफिया पुलिस बल ने गांव के घर-घर ही नहीं बल्कि पड़ोसी गांव तक घटना से जुड़े सुराग तलाशने के लिए पूरे दिन हाथ पैर मारे।
यह भी पढ़ें: उन्नाव में रहस्य बनी बुआ-भतीजी की मौत, तीसरी किशोरी नाजुक हालत में कानपुर रेफर, प्रशासनिक हलके में खलबली तेज
किशोरी की हालत में सुधार, आज घटना की जानकारी लेगी पुलिस
तीसरी किशोरी की हालत को लेकर चल रही अटकलों के बाद देर शाम आइजी रेंज लक्ष्मी ङ्क्षसह ने गांव में बताया कि कानपुर के अस्पताल में भर्ती तीसरी किशोरी की हालत में सुधार हुआ है। यह हमारे लिए काफी अच्छी सूचना है। शुक्रवार को पुलिस उससे भी घटना के बाबत जानकारी करने का प्रयास करेगी। अस्पताल के डॉक्टरों से किशोरी के स्वास्थ्य के संबंध में बातचीत की गई है। उसकी सेहत में आए सुधार की जानकारी दी गई है। किशोरी से यदि हमारी बात हो जाती है तो घटना का राजफाश करने में बड़ी मदद मिलेगी।
बच्चियों के शरीर पर नहीं मिले चोट के निशान : डीजीपी
डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने उन्नाव में दो किशोरियों की संदिग्ध हालात में हुई मौत के मामले में वरिष्ठ अधिकारियों को हर पहलू पर जांच करने का निर्देश दिया है। डीजीपी ने बताया कि स्थानीय पुलिस छह टीमों का गठन कर जांच कर रही है। एडीजी लखनऊ जोन व आइजी लखनऊ रेंज को पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। डीजीपी ने बताया कि एक बच्ची का उपचार कानपुर के अस्पताल में चल रहा है और डॉक्टरों ने इसे सस्पेक्टेड केस आफ पॉइजङ्क्षनग बताया है। जिन दो किशोरियों की मृत्यु हुई है, उनके शवों का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के पैनल से कराया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। उनके शरीर पर मृत्यु से पूर्व की कोई चोट तथा कोई बाहरी चोट नहीं पाई गई है। डॉक्टरों ने विसरा सुरक्षित किया है।
Edited By Shaswat Gupta