कानपुर में दौड़ते यातायात के बीच फ्लाईओवर अंडरपास के चार गार्डर टूटे, दरारों को देखकर रोका गया रास्ता
सूचना मिलने पर एनएचएआइ के परियोजना निदेशक पंकज मिश्र टीम के साथ मौके पर पहुंचे और पेट्रोलिंग टीम को भी मौके पर बुला कर फ्लाईओवर की लेन पर नौबस्ता उतरने वाले रैंप के पास और यहां से बर्रा की ओर चढ़ने वाले रैंप के पास बैरीकेडिंग लगवाकर रास्ता बंद कराया।
कानपुर, जेएनएन। एनएच-टू (इटावा- कानपुर-प्रयागराज हाईवे) के शहरी क्षेत्र में पड़ने वाले 27 किमी लंबे भौंती-रूमा फ्लाईओवर पर पनकी गैस बाटलिंग प्लांट के सामने स्थित अंडरपास के स्लैब के चार गार्डर टूट गए। जबकि दो में दरार आ गई। जनरेटर की देखरेख के लिए यहां तैनात गार्ड ने इसकी जानकारी स्ट्रीट लाइट का काम देखने वाले मैनेजर को दी। जिसके बाद राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के अधिकारी घटनास्थल पहुंचे और एहतियातन प्रयागराज से भौंती को जाने वाली लेन का यातायात बंद कराया। देर शाम तक गार्डर की मरम्मत का काम शुरू नहीं हो सका है।
इस तरह हुई शुरुआत: भौंती-रूमा फ्लाईओवर पर पनकी गैस प्लांट के सामने स्थित अंडरपास में चकेरी से इटावा होते हुए दिल्ली को जाने वाली लेन के स्लैब में छह गार्डर लगे हैं। गार्डर की बेयरिंग खराब होने के चलते सोमवार की सुबह भारी वाहनों की आवाजाही के चलते गार्डर अपने स्थान से खिसक गए। लगातार भारी वाहनों के गुजरने से दोपहर दो बजे के बाद एक-एक करके गार्डर टूटना शुरू हुए। एक घंटे के भीतर चार गार्डर टूट गए, जबकि दो में दरार आ गई। कुछ देर और यातायात गुजरता तो स्लैब गार्डर समेत नीचे आ जाता जिससे बड़ा हादसा हो सकता था।
टीम को उठाने पड़े यह कदम: देखरेख के लिए यहां तैनात सुरक्षाकर्मी गुजैनी निवासी वेदप्रकाश ने इसकी सूचना फ्लाईओवर पर मार्ग प्रकाश की व्यवस्था देखने वाले मैनेजर को दी। सूचना मिलने पर एनएचएआइ के परियोजना निदेशक पंकज मिश्र टीम के साथ मौके पर पहुंचे और पेट्रोलिंग टीम को भी मौके पर बुला कर फ्लाईओवर की लेन पर नौबस्ता उतरने वाले रैंप के पास और यहां से बर्रा की ओर चढ़ने वाले रैंप के पास बैरीकेडिंग लगवाकर रास्ता बंद कराया। पुल का रखरखाव देख रही ओरियंटल कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर पियूष कटियार ने पहुंचकर अंडरपास के नीचे अस्थाई बैरियर लगाकर रास्ता बंद कराने के साथ नौबस्ता और पनकी पुलिस को मामले की जानकारी दी। जिसके बाद बाटलिंग प्लांट और नौबस्ता रैंप पर पुलिस भी लगाई गई। इधर प्रयागराज, लखनऊ की ओर से आने वाले वाहनों को नौबस्ता रैंप से नीचे उताराकर बाईपास रोड से गुजारने की व्यवस्था की गई। इससे बाईपास रोड पर यातायात का दबाव बढ़ा। यशोदा नगर से गुजैनी के बीच सबसे अधिक अंडरपास होने से यहां यातायात रेंगता रहा। आलम यह हुआ कि बाईपास से लिंक रोड पर भी यातायात कछुआ चाल से चलता नजर आया।
लेन बंद होने से प्रभावित होंगे यह रूट: भौंती-रूमा फ्लाईओवर की प्रयागराज से इटावा को जाने वाली लेन पर यातायात बंद किए जाने से प्रयागराज, लखनऊ, उन्नाव आदि से कानपुर देहात, औरैया, इटावा, फिरोजाबाद, आगरा, दिल्ली आदि को जाने वाले रूट के वाहनों को समस्या होगी। इन वाहनों को नौबस्ता चौराहे पर उतरे रैंप से बाईपास होते हुए भौंती होकर निकलना पड़ेगा।
इनका ये है कहना
बेयरिंग खराब होने से गार्डर टूटे है। लेन पर यातायात बंद किया गया है। इस वजह लखनऊ से कानपुर देहात को जाने वाले वाहनों काे नौबस्ता के पास रोक कर नौबस्ता रैंप से उतर कर सविस रोड होते हुए भौंती जा रहे हैं। इसकी मरम्मत में एक से डेढ़ माह का समय लग सकता है। -पंकज मिश्रा, एनएचएआइ, परियोजना निदेशक