सपा विधायक के ज्ञापन देने के बाद नगर पंचायत ने रानीलक्ष्मीबाई की प्रतिमा काे कराया स्थापित
शनिवार को समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक मुनींद्र शुक्ला व कार्यकर्ताओं ने प्रतिमा के पास धरना प्रदर्शन किया। कानपुर में गंगा घाटों के सुंदरीकरण के कामों की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग के साथ नई प्रतिमा लगाने का ज्ञापन नायब तहसीलदार चंद्रप्रकाश पांडेय को दिया था।
कानपुर, जेएनएन। देश की आजादी में अहम भूमिका निभाने वाली वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई जिनका नाम इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है। उनकी प्रतिमा बिठूर के रानी लक्ष्मीबाई घाट पर टूटकर क्षतिग्रस्त हो गई थी। दो माह पहले टूट कर झुकने के बाद भी न तो नगर पंचायत ने ठीक कराने की कवायद की और न ही प्रशासनिक अधिकारियों ने पुन: स्थापना कराए जाने की पहल की।
नगर पंचायत बिठूर काे मिली थी घाट की जिम्मेदारी
बता दें कि नमामि गंगे द्वारा घाटों का सुंदरीकरण किया गया था। जिसमें रानी लक्ष्मीबाई घाट पर ही रानीलक्ष्मी बाई की प्रतिमा को भी स्थापित किया था। काम पूर्ण होने के बाद 2019 में बिठूर के सभी घाटों व प्रतिमा की देखरेख की जिम्मेदारी नगर पंचायत बिठूर को मिली थी, लेकिन अधिकारियों के लापरवाही के चलते प्रतिमा टूट कर गिर गई। रानी लक्ष्मी बाई जयंती के अवसर पर भी अधिकारियों को उनके बलिदान की याद नहीं आई प्रतिमा की दुर्दशा पर खबर छपने के बाद अधिकारियों ने संज्ञान लिया और रात में ही प्रतिमा को हटा लिया गया।
सपा विधायक ने दिया था ज्ञापन
शनिवार को समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक मुनींद्र शुक्ला व कार्यकर्ताओं ने प्रतिमा के पास धरना प्रदर्शन किया। कानपुर में गंगा घाटों के सुंदरीकरण के कामों की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग के साथ नई प्रतिमा लगाने का ज्ञापन नायब तहसीलदार चंद्रप्रकाश पांडेय को दिया था। सोमवार रात नगर पंचायत बिठूर ने उसी प्रतिमा को मरम्मत करा व नया रूप देकर लगाने का काम शुरू कर दिया। प्रतिमा को फाउंडेशन पर खड़ा कर बांस बल्लियों के सहारे खड़ा किया गया नगर पंचायत बिठूर के अधिशासी अधिकारी विनय कुमार शुक्ल ने बताया प्रतिमा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिसको नए सिरे से बनाया गया है।