पटियाला से कानपुर आई श्रद्धा की एक तरफा प्यार में की गई थी हत्या, गुनहगार ने पुलिस के सामने कुबूला जुर्म
श्रद्धा बचपन से सुजीत को अपना दोस्त मानती थी लेकिन सुजीत के दिल में उसके लिए प्यार था। जब श्रद्धा ने किसी दूसरे लड़के से प्यार के बाद शादी कर ली और पटियाला चली गई तो ये दर्द सुजीत संभाल नहीं पाया औरश्रद्धा की हत्या करने का खेल रच डाला।
कानपुर, जागरण संवाददाता। एसआइ की परीक्षा देने के लिए पटियाला से कानपुर आई श्रद्धा हत्यारोपी सुजीत को अपना अच्छा दोस्त मानती थी, जबकि सुजीत एकतरफा प्यार करता था। बचपन से ही सुजीत उसे मन ही मन चाहता था। लेकिन छह महीने पहले जब श्रद्धा ने उसे छोड़ हरजीत से प्रेम विवाह कर लिया तो सुजीत को बड़ा धक्का लगा और उसने श्रद्धा को मौत के घाट उतारने का फैसला कर लिया। सुजीत मौके की तलाश में था और जैसे ही श्रद्धा कानपुर आई उसने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। फिलहाल पुलिस ने दोनों हत्यारोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।
सीओ सदर ऋषिकेश यादव ने बताया कि कन्नौज के छिबरामऊ निवासी श्रद्धा और बिधनू निवासी सुजीत दूर के रिश्तेदार हैं। श्रद्धा को बचपन से ही सुजीत एक तरफा प्यार करता था। वह उससे शादी करना चाहता था। मगर, श्रद्धा को इसकी भनक तक नहीं थी। वह उसे केवल दोस्त मानती थी। करीब साल भर पहले श्रद्धा की मुलाकात पटियाला निवासी हरजीत सिंह से हुई और दोनों प्रेम संबंधों में बंध गए। 27 मई 2021 को दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया। तब से ही सुजीत उसकी तलाश में लगा हुआ था।
सीओ के मुताबिक श्रद्धा के पति हरजीत सिंह ने पुलिस को बताया कि श्रद्धा 11 नवंबर को अंबाला स्टेशन से ऊंचाहार एक्सप्रेस से कानपुर को रवाना हुई थी। दूसरे दिन सुबह करीब 5.30 बजे ट्रेन सेंट्रल स्टेशन पहुंची। यहां सुजीत ने उसे रिसीव किया और उसे परीक्षा केंद्र छोड़ आया। शाम को आम्रपाली एक्सप्रेस से श्रद्धा की घर वापसी थी। परीक्षा समाप्त होने के बाद सुजीत ने स्कूल के बाहर से ही करीब सवा छह बजे श्रद्धा को स्टेशन छोडऩे का बहाना बनाकर अपने साथ ले गया। यहां उसे बिधनू के उजियारा ले जाकर गला घोटकर मार डाला। पुलिस से पूछताछ में सुजीत ने बताया कि श्रद्धा की हत्या करने के बाद उसने अपने दोस्त सूरज को फोन करके बुलाया। श्रद्धा के शव को बाइक के बीच में रखकर उसके मुंह पर कपड़ा ढक दिया, ताकि वह बीमार दिखाई दे। उजियारा से मंझावन, तिरमा, पाली तिलसहरी से होते हुए महाराजपुर के किसनपुर गांव में शव को नाले में फेंक दिया।
इस तरह से खुला राज
श्रद्धा के पति हरजीत ने बताया कि 15 नवंबर को उन्होंने सचेंडी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। इसके बाद वह सेंट्रल स्टेशन पहुंचा और सीसीटीवी कैमरे चेक किए। यहां पर 12 नवंबर की सुबह 5.30 बजे से करीब 10.30 बजे तक श्रद्धा व सुजीत स्टेशन में ही दिखाई दिए। तभी उसे सुजीत पर शक हुआ।