सफाई व्यवस्था पटरी पर न आई तो नगर निगम को हर माह भरना होगा दस लाख रुपये जुर्माना Kanpur News
कचरा न उठ पाने से नाराज एनजीटी ने दी चेतावनी शहर में जगह-जगह फैली गंदगी दे रही लापरवाही की गवाही।
कानपुर, जेएनएन। शहर में फैली गंदगी उठाने में नाकाम नगर निगम की मुसीबत बढऩे वाली है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने व्यवस्था न सुधरने पर हर माह दस लाख रुपये का जुर्माना लगाने की चेतावनी दी है। यदि ऐसा हुआ तो जनता से मिलने वाले टैक्स से नगर निगम जुर्माना ही भरता रहेगा। सफाई व्यवस्था सुधरने तक निगम को हर साल एक करोड़ 20 लाख रुपये देने होंगे।
नगर निगम को टैक्स से हर साल होती 154 करोड़ की कमाई
नगर निगम को हर साल विभिन्न टैक्स के माध्यम से 154 करोड़ रुपये की आय होती है। कर्मचारियों के वेतन-भत्ते, विकास कार्य समेत विभिन्न खर्चे टैक्स से होने वाली आय से ज्यादा हैं। ऐसे में यदि एनजीटी ने नगर निगम पर जुर्माना लगाया तो टैक्स से आने वाली राशि का प्रमुख हिस्सा जुर्माने में ही चला जाएगा। हालांकि नगर निगम के अधिकारी एनजीटी की सख्ती से बचने के लिए कवायद में जुटे हैं, लेकिन शहर में बंद पड़ा भाऊपुर स्थित कूड़ा निस्तारण प्लांट और जगह-जगह फैली गंदगी लापरवाही की गवाही दे रही है। वो भी तब जब कूड़े पर लगाम के लिए चार नगर स्वास्थ्य अधिकारी तैनात हैं।
घर-घर कूड़ा उठने का सिस्टम फेल
दो साल से सिर्फ कागजों में ही घर-घर से कूड़ा उठाया जा रहा है। गीला और सूखा कूड़ा अलग रखने के लिए बांटे गए लाखों रुपये के डस्टबिन कहीं नजर नहीं आते।
यहां पर फैली है गंदगी
शहर में सीओडी पुल से रामादेवी जाने वाले मार्ग पर जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हैं। बर्रा आठ स्थित कारगिल पेट्रोल पंप के पास, लाजपत नगर नहर किनारे, एन ब्लाक यशोदानगर, नौबस्ता थाने के पास, रतनलाल नगर पुल, उस्मानपुर कालोनी और मसवानपुर तालाब के पास कई जगह कूड़ा डंप है।
आंकड़ों में शहर के हालात
-1350 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है प्रतिदिन
-1100 मीट्रिक टन कूड़ा ही उठ पाता है
-250 मीट्रिक टन कूड़े के ढेर लगते हैं
-62 वाहन लगे हैं कूड़ा उठाने में
-4600 सफाई कर्मचारी तैनात हैं शहर में
जनता का ये है कहना
शहर को स्मार्ट बनाया जा रहा है, लेकिन जब तक शहर स्वच्छ नहीं होगा तब तक स्मार्ट सिटी का सपना अधूरा रहेगा।
-रचना शुक्ला, लाल बंगला
अब नाली साफ ही नहीं होती है। जगह-जगह फैली गंदगी खुद व्यवस्था की पोल खोल रही है। कर्मचारी कूड़े में आग लगा देते हैं।
-विनोद गुप्ता, मालरोड
लापरवाही बरतने वाले अफसरों व कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाए। घर-घर से कूड़ा उठने लगे तो गंदगी नहीं रहेगी।
-विवेक सचान, बर्रा
टैक्स दे रहे हैं लेकिन सुविधाओं के लिए फिर भी जूझ रहे है। गंदगी से कब निजात मिलेगी। कूड़े को लेकर शहर देशभर में बदनाम है।
-कीर्ति गुप्ता, यशोदानगर
नगर आयुक्त क्या बोले
कूड़ा उठान का अभियान तेज किया गया है। कचरा सड़क पर न फैले इसके लिए कूड़ा घरों में दो-दो कर्मचारी लगाए गए हैं। 26 जनवरी से कूड़ा निस्तारण प्लांट भी शुरू हो जाएगा।
- अक्षय त्रिपाठी, नगर आयुक्त