82 साल के मुलायम का विवादों से रहा है गहरा नाता, यहां जानें सपा संरक्षक से जुड़े चार बड़े विवाद
Mulayam Singh Yadav Big Controversy समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव आज 82 साल के हो गए हैं। 1939 में जन्मे मुलायम सिंह यादव तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे और एक बार देश के रक्षामंत्री रहे।
कानपुर, [शाश्वत गुप्ता]। Mulayam Singh Birthday उत्तर प्रदेश की सियासत की बात हो और समाजवादी कुनबे का जिक्र न हो एेसा हो ही नहीं सकता। 22 नवंबर 1939 को इटावा जिले में सैफई (Saifai) नामक गांव में जन्मे मुलायम सिंह ने साधारण से परिवार से निकल देश की सियासत में काफी ऊंचा कद पाया। नेताजी के नाम से लोकप्रिय मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का राजनीतिक सफर जितना लंबा है उतना से विवादाें से घिरा हुआ भी। सूबे के मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने तीन बार मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश की अौर एक बार रक्षा मंत्री के तौर पर देश की कमान संभाली। खुद को समाजवादी कहने वाले मुलायम (Mulayam Singh Yadav) सक्रिय राजनीति में एक नहीं कई बार विवादों के घेरे में आए। मुलायम (Mulayam Singh Yadav) के जन्मदिन पर खबरों की इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं नेता जी के वो बोल जिन्होंने देश में सुर्खियां बटोरीं।
एक महिला से चार युवक नहीं कर सकते दुष्कर्म: लखनऊ में रिक्शा चालकों को मुफ्त ई-रिक्शा बांटा जा रहा था। उस समय बदायूं दुष्कर्म कांड काफी चर्चा में था। कार्यक्रम के बीच मुलायम (Mulayam Singh Yadav) ने एक ऐसा विवादित बयान दे दिया जिसकी चौतरफा निंदा होने लगी थी। दरअसल, मुलायम (Mulayam Singh Yadav) ने कहा था कि, दुष्कर्म एक ने किया और चार का नाम लिख दिया क्या ऐसा संभव है कि चार युवक एक महिला के साथ दुष्कर्म करें। गौरतलब है कि उस समय दुष्कर्म के मामलों में मुलायम (Mulayam Singh Yadav) ने यूपी को अन्य राज्यों की तुलना में कम खतरनाक बताया था।
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लड़कियों का होना जरूरी: जब मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) पर महिला कार्यकर्ताओं का उपयोग करने का आरोप लगा था उस समय उनका बयान काफी चर्चा में था। उन्होंने कहा था कि पार्टी में ज्यादा से ज्यादा लड़कियों को शामिल करो, इससे ज्यादा वोट मिलेंगे। यह प्रयोग हम पहले भी कर चुके हैं।
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कारसेवकों पर चलवा दी थीं गोलियां: अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि के लिए हुआ गोलीकांड किसी भी हिन्दू के लिए काला अध्याय है। तारीख थी 30 अक्टूबर 1990 जब अयोध्या में हजारों रामभक्त एकत्रित हुए थे। सत्ता मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के हाथ में थी, जब कारसेवकों ने राममंदिर की ओर बढ़ना शुरू किया तो पुलिस ने सरकार के आदेश पर पहले लाठीचार्ज किया और फिर बाद में कारसेवकों पर गोलियां चलवां दीं। इसमें कई कारसेवक मारे गए थे। छह फरवरी 2014 को मैनपुरी में मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) ने कुबूला था कि उनके ही आदेश पर गोलियां चलाई गईं थीं।
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लड़के हैं, गलती हो जाती है: मुरादाबाद में सपा की रैली आयोजित की गई थी। इस रैली में मुलायम (Mulayam Singh Yadav) एक ऐसी बात कह गए थे जिसका निंदा देश भर में की गई थी। उन्होंने कहा था कि दुष्कर्म के मामलों में फांसी की सजा देना गलत है। क्योंकि लड़के हैं लड़कों से गलतियां तो हो जाती हैं। उनका कहना था कि ऐसे कानूनों को बदलने की जरूरत है।
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