Mukhtar Ansari News: जानें- बांदा जेल की बैरक नं. 15 की खासियत, जिसमें शिफ्ट होगा मुख्तार अंसारी, 26 माह बाद पुराने ठिकाने पर
Mukhtar Ansari Latest Update बैरक के चारों तरफ सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है वहीं बाहरी परिसर भी सीसीटीवी कैमरे व भारी सुरक्षा अमले के बीच रहेगा। रोशनी के भी व्यापक प्रबंध किए गए हैं। मुख्तार के सामने वही जेल कर्मी जा सकेंगे जिन्होंने बॉडी वॉर्न कैमरा पहना होगा।
बांदा, जेएनएन। Mukhtar Ansari Latest Update माफिया मुख्तार अंसारी के अपने पुराने ठिकाने लौटने से पहले ही बांदा मंडल कारागार की सुरक्षा बेहद सख्त कर दी गई थी। मानक के सभी आधारों को ध्यान में रखते हुए कड़ा सुरक्षा घेरा तैयार किया गया था। बुधवार तड़के साढ़े चार बजे जेल लाने के बाद मुख्तार का बैरक नं. 16 में रखा गया। हालांकि नए ठिकाने के रूप में बैरक नंबर 15 भी पूरी तरह तैयार है। जेल में आने के बाद उसने सबसे पहले नहाने की इच्छा जताई और नमाज पढऩे के बाद सो गया। इधर, उसके आने के पहले जेल के आसपास का इलाका एक तरह से सील कर दिया गया। पीएसी के साथ जिला पुलिस का भारी फोर्स तैनात कर दिया गया था। पुलिस लाइन रोड पर दोनों छोर बैरीकेडिंग लगाकर आवागमन के लिए रोक दिया गया था।
सीसीटीवी की निगरानी में माफिया: देर रात लखनऊ में मुख्यतंत्री योगी आदित्यनाथ ही हाईलेवल मीटिंग खत्म होने के बाद ये स्पष्ट हो गया था कि जेल में मुख्तार सामान्य कैदियों की तरह रहेगा। उसे किसी भी तरीके की वीआइपी सुविधा नहीं दी जाएगी। बांदा जेल में पहली बार ड्रोन कैमरे से निगरानी रखे जाने की बात सामने आ रही है। कहा जा रहा है कि बैरक नबंर 15 और 16 को पूरी तरह सीसीटीवी कैमरे से कवर किया गया है। इन लगे कैमरों के जरिए मुख्तार पर पूरी तरह नजर रखी जाएगी। बैरक के चारों तरफ सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है, वहीं बाहरी परिसर भी सीसीटीवी कैमरे व भारी सुरक्षा अमले के बीच रहेगा। रोशनी के भी व्यापक प्रबंध किए गए हैं।
सुरक्षाकर्मियों का भी रखा जा रहा पूरा ध्यान: जेल सूत्र बताते हैं कि मुख्तार जिस बैरक में रहेगा, वहां अंदर भी गार्डों की तैनाती है। जेल में किए गए सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों की बीच सुरक्षाकर्मी और बंदी रक्षकों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जा रहा है। मुख्तार के बैरक और उसके सामने केवल वही जेल कर्मी जा सकेंगे जिन्होंने बॉडी वॉर्न कैमरा पहना होगा। साथ ही बताया जा रहा है कि इस मामले को देखते हुए बांदा जेल को 30 सुरक्षाकर्मी भी दिए गए हैं।
ये भी काट चुके सजा: बुंदेलखंड में स्थित बांदा जेल सुरक्षा की दृष्टि से काफी सुरक्षित है। इस जेल की क्षमता 600 कैदियों की बताई जाती है। मुख्तार के अलावा कुंडा के राजा भैया, प्रयागराज का बाहुबली अतीक अहमद, नाेएडा का कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना, डकैत ददुआ, गौरी यादव, बलखड़िया और संग्राम सिंह जैसे कई माफिया और दस्यु यहां सजा काट चुके हैं। इस बीच सबसे अहम बात ये है इस पहले भी जब मुख्तार को बांदा जेल लाया गया था तब भी उसका ठिकाना बैरक नं. 15 ही थी।