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Mukhtar Ansari Latest News: माफिया से मिलने की वकील को नहीं मिली अनुमति, सुरक्षाकर्मियों ने बताई वजह

Mukhtar Ansari Latest News Update अनिमेष अपने साथ ब्रांडेड कंपनियों का कुछ सामान साथ लेकर आए थे। जेलर के अनुमित नहीं देने पर लाया गया सामान गेट पर ही उन्होंने सुरक्षा कर्मियों के हवाले कर दिया। पॉलीथिन के कैरीबैग में देशी घी खजूर बिस्कुट रूहआफजा समेत खाने का सामान था।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Sun, 11 Apr 2021 09:31 PM (IST)Updated: Sun, 11 Apr 2021 09:31 PM (IST)
Mukhtar Ansari Latest News: माफिया से मिलने की वकील को नहीं मिली अनुमति, सुरक्षाकर्मियों ने बताई वजह
मुख्तार अंसारी से मुलाकात के लिए गेट पर पहुंचे अधिवक्ता अनिमेष शुक्ला व साथ में लाया गया सामान ।

बांदा, जेएनएन। Mukhtar Ansari Latest News Update माफिया मुख्तार अंसारी से मुलाकात करने के लिए रविवार को उसके वकील बांदा जेल पहुंचे, लेकिन उन्हें लौटा दिया गया। उनका लाया गया सामान नियमानुसार 36 घंटे बाद माफिया को सौंप दिया जाएगा।

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पंजाब की रूपनगर जेल से माफिया मुख्तार अंसारी को बुधवार सुबह मंडल कारागार में शिफ्ट किया गया था। पांच दिन बाद उससे मिलने प्रयागराज के अधिवक्ता अनिमेष शुक्ला पहुंचे। मुख्तार के यहां आने से पहले ही सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी कर दी गई है। इसके तहत मुलाकात करने वाले को पहले मुख्य गेट पर आवेदन देना होता है। इसके बाद जेलर की अनुमित मिलने पर ही अंदर प्रवेश मिलता है। इस प्रक्रिया के तहत अधिवक्ता अनिमेष ने मुलाकात का आवेदन लिखकर दिया। अंदर गए सुरक्षाकर्मी ने लौटकर बताया कि कोविड-19 की गाइड लाइन को लेकर मुलाकात नहीं कराई जा सकती है। काफी देर तक इंतजार के बाद वह लौट गए। उधर, माफिया के परिवारीजन के भी मुलाकात करने को लेकर चर्चा रही, लेकिन उसकी अब तक पुष्टि नहीं हुई है।

देशी घी, अचार, खजूर और बिस्कुट दे गए: अनिमेष अपने साथ ब्रांडेड कंपनियों का कुछ सामान साथ लेकर आए थे। जेलर के अनुमित नहीं देने पर लाया गया सामान गेट पर ही उन्होंने सुरक्षा कर्मियों के हवाले कर दिया। पॉलीथिन के कैरीबैग में देशी घी, अचार, खजूर, बिस्कुट, रूहआफजा समेत खाने का सामान था।

इनका ये है कहना: कोविड-19 को लेकर किसी प्रकार की मुलाकात नहीं कराई जा रही है। मुख्तार अंसारी के अधिवक्ता को यह जानकारी दी गई थी। जो सामान आया है, नियम के तहत उसे 36 घंटे बाद बैरक में भेज दिया जाएगा। - पीके त्रिपाठी, प्रभारी जेलर, मंडल कारागार बांदा।


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