Mukhtar Ansari से एंबुलेंस प्रकरण में की गई पूछताछ, गिड़गिड़ाते हुए बांदा जेल में माफिया ने दिए जवाब
Mukhtar Ansari Ambulance Case वर्ष-2013 में पंजीकृत एंबुलेंस यूपी 41 एटी 7171 जिसे मुख्तार पेशी में ले जाने के लिए इस्तेमाल करता था। इस संबंध में पूर्व में मऊ के संजीवनी हॉस्पिटल की संचालिका डॉ.अलका राय पर जालसाजी का मुकदमा दर्ज किया था।
बांदा, जेएनएन। Mukhtar Ansari Ambulance Case एंबुलेंस धोखाधड़ी के मामले में बाराबंकी पुलिस टीम ने गुरुवार को माफिया मुख्तार अंसारी के बयान जेल में दर्ज किए। करीब आधा घंटे तक सवाल-जवाब का दौर चला। माफिया ने खुद को निर्दोष बताया और फंसाए जाने की बात कही।
एंबुलेंस प्रकरण में बाराबंकी से विवेचक महेंद्र प्रताप सिंह शाम करीब साढ़े चार बजे बांदा जेल पहुंचे। विवेचक ने मुलाकात स्थल के पास सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में माफिया से करीब 30 मिनट तक पूछताछ की। जेल सूत्रों के मुताबिक मुख्तार ने सवालों के जवाब में बताया कि एंबुलेंस मामले में उसे फंसाया गया है। इसमें उसे कोई जानकारी नहीं है। विवेचक ने एक ही प्रश्न को कई बार घुमाकर किया ताकि नई जानकारी मिल सके। इस दौरान विवेचक की काफी देर तक कार्यालय में जेल प्रशासन से बात हुई। विवेचक के साथ आए अन्य पुलिस कर्मी जेल से बाहर ही रुके रहे। बयान दर्ज करने के बाद बाराबंकी की पुलिस टीम वापस लौट गई। जेल अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर आए विवेचक ने मुख्तार से पूछताछ की है। क्या सवाल-जवाब हुए इसकी कोई जानकारी नहीं है।
ये था मामला: वर्ष-2013 में पंजीकृत एंबुलेंस यूपी 41 एटी 7171 जिसे मुख्तार पेशी में ले जाने के लिए इस्तेमाल करता था। इस संबंध में पूर्व में मऊ के संजीवनी हॉस्पिटल की संचालिका डॉ.अलका राय पर जालसाजी का मुकदमा दर्ज किया था। तफ्तीश में मुख्तार अंसारी को साजिश का आरोपित बनाते हुए डॉ. अलका के सहयोगी डॉ. शेषनाथ राय, विधायक प्रतिनिधि मुजाहिद आदि को भी मुकदमे में शामिल किया था।