एमआरआइ मशीन बताएगी सही रीडिंग, बिजली उपभोक्ताओं को तुरंत मिलेगा बिल
एमआरआइ मशीन से रीडिंग के बाद एप से तुरंत बिल बना कर उपभोक्ता को भेज दिया जाएगा। केस्को मीडिया प्रभारी चंद्रशेखर अंबेडकर ने बताया कि इससे उपभोक्ताओं को गलत बिल मिलने की संभावना नहीं रहेगी। यह व्यवस्था पोस्ट पेड इलेक्ट्राॅनिक मीटरों के लिए है।
कानपुर, जेएनएन। मीटर रीडिंग में गड़बडिय़ों की लगातार मिल रहीं शिकायतों के बाद अब एमआरआइ (मीटर रीडिंग इंस्टूमेंट) मशीन से मीटरों की रीडिंग की जा रही है। एप के माध्यम से बिजली का बिल भी उपभोक्ताओं को तुरंत मिलेगा। ऊर्जा मंत्री के निर्देश के बाद यूपीपीसीएल ने एमआरआइ से मीटर रीडिंग करने के निर्देश दिए हैं।
इलेक्ट्राॅनिक मीटरों में रीडिंग को लेकर शिकायतें लगातार बढ़ रहीं हैं। बिलों को संशोधित कराने के लिए उपभोक्ता केस्को कार्यालय के चक्कर काटते हैं। उपभोक्ताओं की समस्या को दूर करने तथा उनको सही बिल देने के लिए एमआरआइ मशीन से मीटर रीडिंग लेना शुरू किया गया है। यह व्यवस्था पोस्ट पेड इलेक्ट्राॅनिक मीटरों के लिए है। एमआरआइ मशीन से मीटर रीडिंग लेने के लिए उसे केबल के माध्यम से मीटर से जोड़ा जाएगा। इसके लिए मीटर के एमआरआइ के प्रोब प्वाइंट से सील हटाई जाएगी। एमआरआइ मशीन से रीडिंग के बाद एप से तुरंत बिल बना कर उपभोक्ता को भेज दिया जाएगा। केस्को मीडिया प्रभारी चंद्रशेखर अंबेडकर ने बताया कि इससे उपभोक्ताओं को गलत बिल मिलने की संभावना नहीं रहेगी।
पांच लाख इलेक्ट्राॅनिक मीटर
सिंगल व तीन फेज इलेक्ट्राॅनिक मीटर की एमआरआइ मशीन से रीडिंग ली जाएगी। केस्को के अंतर्गत पांच लाख इलेक्ट्राॅनिक मीटर हैं। स्मार्ट मीटरों में पहले की तरह ऑनलाइन रीडिंग होती रहेगी। एमआरआइ मशीन से मीटर रीडिंग के लिए मीटर के ऑप्टिकल पोर्ट पर लगी सील को हटाया जाएगा। इसके लिए बिलिंग एजेंसी मेसर्स केएनडी इंजीनियर्स एंड कंसलटेंट प्रा.लि. को अधिकृत किया गया है।